ढाका: बांग्लादेश के प्रधान न्यायाधीश सुरेंद्र कुमार सिन्हा ने अपने एक फैसले पर विवादों में घिरने के बाद इस्तीफा दे दिया। उन्होंने संसद द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश पर महाभियोग चलाने के अधिकार को हटाने के संबंध में एक फैसला सुनाया था, जिसका सत्तारूढ़ पार्टी काफी विरोध कर रही थी। आलोचना झेलने के बाद सुरेंद्र कुमार छह हप्तों से छुट्टी पर थे। राष्ट्रपति कार्यालय ने शनिवार को बताया कि उन्हें सिन्हा का इस्तीफा मिल गया है। राष्ट्रपति अभी विदेश में हैं।
बीडीन्यूज24.कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, मुस्लिम बहुल बांग्लादेश में सिन्हा बांग्लादेश सर्वोच्च न्यायालय के पहले हिंदू मुख्य न्यायाधीश थे। उन्होंने 17 जनवरी, 2015 को पद ग्रहण किया था और उनका कार्यकाल अगले साल जनवरी में समाप्त होने वाला था।
वह जुलाई में संविधान के 16वें संशोधन को हटाकर सत्तारूढ़ अवामी लीग पार्टी के निशाने पर आ गए थे। 16वें संशोधन के अंतर्गत संसद को सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश पर महाभियोग लगाकर हटाने का अधिकार था।
सत्तारूढ़ पार्टी ने चुनाव आयोग, भ्रष्टाचार और अन्य मुद्दों पर फैसलों को लेकर भी सिन्हा की आलोचना की थी।
--आईएएनएस