भूटान में तख्तापलट: साजिशकर्ता थे जज और सैन्य अधिकारी, सबको लिया हिरासत में
भूटान के चीफ जस्टिस, आर्मी चीफ और एक शीर्ष कानून अधिकारी को अपदस्थ करने की साजिश रचने का आरोप है। अब पूरे मामले की जांच की जा रही है और हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ भी जारी है।
नई दिल्ली: भूटान में बड़े तख्ता पलट की साजिश का खुलासा हुआ है। इस साजिश देश के सुप्रीम कोर्ट के सीनियर जज, एक शीर्ष सैन्य अधिकारी और एक जिला अदालत के जज के शामिल होने की बात सामने आई है जिनको हिरासत में ले लिया गया है। इन लोगों पर भूटान के चीफ जस्टिस, आर्मी चीफ और एक शीर्ष कानून अधिकारी को अपदस्थ करने की साजिश रचने का आरोप है। अब पूरे मामले की जांच की जा रही है और हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ भी जारी है।
साजिशकर्ता हिरासत में
भूटान के सरकारी अखबार, कुएंसेल में बताया गया है कि भूटान पुलिस ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठतम न्यायाधीश कुएनले तर्शिंग और पेमात्शेलज़ द्गॉन्गग प्रशासनिक इकाई के ड्रंगपोन येशी दोरजी को हिरासत में लिया है। यह कार्रवाई पूर्व रॉयल बॉडी गार्ड कमांडेंट ब्रिगेडियर थिनले तोबगी को हिरासत में लेने के बाद की गई।
बीते दिनों महिला ने कई खुलासे किए
दरअसल, बीते दिनों एक महिला को गिरफ्तार किया गया था। इस महिला ने कई खुलासे किए थे। इस महिला के मुताबिक, रॉयल बॉडी गार्ड के चीफ, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और सुप्रीम कोर्ट के अटॉर्नी जनरल या रजिस्ट्रार जनरल को अपदस्थ करने का षड्यंत्र रचा जा रहा था।
ये भी देखें: FASTag बनवाने की होड़, दोगुना टैक्स वसूली के डर से प्लाजा बूथों पर लगी भीड़
भारत और भूटान का रिश्ता
मिली जानकारी के अनुसार भारत और भूटान के बीच 9000 करोड़ से अधिक का व्यापार होता है। भूटान के कुल आयात का 84 फीसदी भारत से आता है। वहीं भूटान के कुल निर्यात का 78 फीसदी हिस्सा भारत में आता है जिसमें पश्चिम बंगाल की भूमिका काफी अहम है।
दोनों देशों के बीच होता है करोड़ों का व्यापार
एक तरफ भूटान का फुटशिलिंग है तो दूसरी ओर भारत का जयगांव है जिनके बीच व्यापार होता है। भूटान 1500 करोड़ रुपये से अधिक के सामान का निर्यात बांग्लादेश व अन्य देशों को करता है। ये सामान भी बंगाल से होकर ही भेजे जाते हैं। भूटानियों का इस ओर आना बंद होने के कारण व्यापार नहीं हो रहा है।
ये भी देखें: भाजपा नेता हनुमान की जाति तो बता देंगे लेकिन सुहेलदेव की नहीं: ओम प्रकाश राजभर
क्या कहना है व्यवसायियों का
व्यवसायी जयंत मूंधड़ा ने कहा, ‘सीमा बंद रहने के कारण भूटान से जयगांव में सामान नहीं आ पा रहे हैं जिसका गहरा असर पड़ रहा है।’ प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि कोरोना काल से पहले भूटान से भारत की ओर रोजाना लगभग 500 ट्रक आते थे जिनका आना बंद है। अलीपुरदुआर के अलावा बंगाल में जलपाईगुड़ी की सीमा भी भूटान से सटी हुई है। भारत का एक और राज्य असम भी भूटान से सीमा साझा करता है।
होटल इण्डस्ट्री पर भी पड़ा असर
भारत और भूटान बॉर्डर बंद होने के कारण जयंगाव में रिटेल व्यवसाय बंद है। लोगों का आना-जाना बंद रहने के कारण होटल इण्डस्ट्री पर भी इसका गहरा असर पड़ा है। पहले भूटान घूमने आने वाले लोग एक दिन पहले जयगांव आकर अगले दिन पास बनवाकर भूटान में पाराे, थिम्पू जैसे स्थानों पर जाते थे, लेकिन अब बॉर्डर बंद रहने के कारण होटल इण्डस्ट्री भी पूरी तरह ठप है।
दोस्तों देश दुनिया की और को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।