Astronaut Travel: अब अंतरिक्ष पर चीन की महारथ, स्पेस स्टेशन में भेजे यात्री
चीन ने अंतरिक्ष यात्रा पर भेजे अपने तीन एस्ट्रोनॉट जो वहां 3 महीनों तक रहकर निर्माण कार्य पूरा करने के साथ वैज्ञानिक गतिविधियों को भी देंगे अंजाम
China News: दुनिया की सबसे बड़ी सुपरपावर बनने के लिए चीन लगातार अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं को अमल में लाता जा रहा है। इस कड़ी में चीन ने अब अंतरिक्ष में बेहद मजबूत मौजूदगी दर्ज कराते हुए अपने स्पेस स्टेशन पर तीन अंतरिक्ष यात्री रवाना कर दिए हैं। चीन के इस कदम को अमेरिका के लिए बहुत बड़ी चुनौती माना जा रहा है।
चीन के तीन अंतरिक्ष यात्री- नी हाईशेंग, लियू बोमिंग और तांग होंगबो, गुआंगझू से छोड़े गए लॉन्ग मार्च 2 एफ रॉकेट में लगे "शेनझोऊ-12" अंतरिक्ष यान में सवार हो कर स्पेस स्टेशन की ओर चल पड़े। ये प्रक्षेपण जिउकुआन उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से सुबह 9 बज कर 22 मिनट पर सफलतापूर्वक किया गया। 2016 के बाद पहली बार चीन ने अंतरिक्ष में मानवयुक्त मिशन भेजा है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना के 100 वर्ष इस साल पूरे हो रहे हैं और अंतरिक्ष की ये उपलब्धि शताब्दी वर्ष में बहुत महत्व रखती है। चीन ने अमेरिका को टेक्नोलॉजी के हर क्षेत्र में टक्कर देने के उद्देश्य से अंतरिक्ष अभियान को शीर्ष प्राथमिकता पर रखा है।
अगले साल चालू हो जाएगा स्पेस स्टेशन
चीन ने अंतरिक्ष में अपने बूते पर स्पेस स्टेशन डेवलप किया है। तीन हिस्सों वाला ये स्पेस स्टेशन 2022 तक पूरी तरह काम करने लगेगा। इस साल अप्रैल में चीन ने स्पेस स्टेशन के एक मॉड्यूल को लॉन्च किया था। इस मॉड्यूल में अंतरिक्ष यात्रियों के रहने की व्यवस्था होगी। तीनों मॉड्यूल को जोड़ कर श्यान्हे स्पेस स्टेशन खड़ा हो जाएगा। पिछले महीने चीन ने "शयांझू" नामक मालवाहक अंतरिक्ष यान भेजा था जिसमें खाने पीने की चीजों के अलावा अन्य सामग्री हैं। ये यान श्श्यान्हेश् से जुड़ा रहेगा।
इस साल होंगे 11 मिशन
अपने स्पेस स्टेशन को पूरा करने के लिए चीन इस साल अंतरिक्ष में 11 मिशन भेजेगा। इनमें चार मिशन मानवयुक्त होंगे। आज जो तीन अंतरिक्ष यात्री स्पेस स्टेशन में भेजे गए हैं वे वहां तीन महीने तक रहेंगे। ये लोग स्पेस स्टेशन में विभिन्न सिस्टम और मशीनों की टेस्टिंग करेंगे।