कोरोना का कहर : अब पालतू कुत्तों से भी बचें, एक में मिला संक्रमण
इस पालतू कुत्ते को आइसोलेट करते हुए अलग से एक पशु केंद्र में रखा गया है। कोरोना वायरस पीड़ित कुत्ते का जेनेटिक सीक्वेंसिंग परीक्षण किया जा रहा है। इस जांच के नतीजे आने के बाद यह पता चल जाएगा कि वायरस के नेचर में क्या बदलाव आ रहा है।
हांगकांगः कोरोना का कहर! अब इंसानों से ही नहीं पालतू कुत्तों से भी दूरी बनाकर रखें। हांगकांग में कोरोना वायरस से पीड़ित एक 60 वर्षीय महिला के कुत्तें के भी आंशिक रूप से कोरोना से पीड़ित होने के बाद यह एडवाइजरी जारी की गई है। कोरोना वायरस से किसी जानवर के संक्रमित होने का यह संभवतः पहला मामला है।
इस पालतू कुत्ते को आइसोलेट करते हुए अलग से एक पशु केंद्र में रखा गया है। कोरोना वायरस पीड़ित कुत्ते का जेनेटिक सीक्वेंसिंग परीक्षण किया जा रहा है। इस जांच के नतीजे आने के बाद यह पता चल जाएगा कि वायरस के नेचर में क्या बदलाव आ रहा है।
हांगकांग के कृषि, मत्स्य संरक्षण विभाग (एएफसीडी) ने कुत्ते की जांच की जिसमें वह इस वायरस से पीड़ित मिला। एएफसीडी ने कहा कि विश्वविद्यालयों और पशु स्वास्थ्य विश्व संगठन के विशेषज्ञ कुत्ते में कोरोना वायरस की पुष्टि को लेकर एकमत हैं। हांगकांग सरकार के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस एक आरएनए वायरस है और निश्चित रूप से उसमें बदलाव होता है।
हांगकांग में पीड़ित बुजुर्ग महिला व कुत्ते के खून के नमूनों की जांच की जा रही है। यदि खून के नतीजे एक जैसे मिलते हैं तो स्पष्ट हो जाएगा कि वायरस की प्रकृति में कोई बदलाव नहीं आया है।
मजे की बात यह है कि अभी तक कुत्तों में कोरोना वायरस की जांच के लिए कोई ब्लड टेस्ट किट तैयार ही नहीं हुआ है। अलबत्ता लोगों से कहा जा रहा है कि अपने पालतू जानवरों को दस्ताने पहनकर ही छुएं। और पालतू जानवरों को आसपास की चीजें चाटने से रोकें।
वैसे भी यही कहा जाता है कि संक्रमण से बचने के लिए कोरोना के मरीज के एकदम पास ना जाएं, हाथ ना मिलाएं। संभव हो तो मास्क का इस्तेमाल करें। अपने हाथों को कुछ भी करने से पहले ठीक तरह से धोते रहें। दुनियाभर में कोरोना वायरस से अब तक लगभग साढ़े तीन हजार लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि यह कहा जा रहा है कि वातावरण में गर्मी बढ़ने के साथ यह वायरस खत्म हो जाएगा।