पहली बार हुआ ऐसा, 100 घंटों में दुनिया में बढ़ गए 10 लाख कोरोना मरीज
पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस की चपेट में है। अमेरिका, इटली, पाकिस्तान और भारत में कोरोना वायरस के मामले तेजी के साथ बढ़ते ही जा रहे हैं। इसके साथ ही मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
वाशिंगटन: पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस की चपेट में है। अमेरिका, इटली, पाकिस्तान और भारत में कोरोना वायरस के मामले तेजी के साथ बढ़ते ही जा रहे हैं।
इसके साथ ही मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली खबर सामने आई है। पूरी दुनिया के अंदर 100 घंटे में दस लाख कोरोना के मरीज मिले हैं।
जिसके बाद से दुनियाभर में कोरोना मरीजों की संख्या 1.4 करोड़ को पार कर चुकी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये पहली बार है, जब कोरोना के 10 लाख नए मरीज सिर्फ 100 घंटों में सामने आये हैं।
कोरोना वायरस के बारे में अब तक हो चुके हैं ये बड़ खुलासे
अगर हम बात करें कोरोना वायरस की शुरुआत की तो जनवरी के फर्स्ट वीक में चीन में कोरोना का पहला केस रिपोर्ट हुआ था। लेकिन तीन महीने में ही इसने 10 लाख का आंकड़ा पार कर लिया।
एक्सपर्ट के मुताबिक अब इसे 13 मिलियन (1.3 करोड़) से 14 मिलियन (1.4 करोड़) तक पहुंचनें में सिर्फ 4 दिन से थोड़ा सा ज्यादा का ही समय लगा है।
भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं: हर्षवर्धन
भारत में कोरोना वायरस के मरीजों का आंकड़ा 9 लाख को पार कर गया है। इसके साथ ही नये मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। रोज बड़ी संख्या में लोगों की मौतें भी हो रही हैं।
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने दावा किया है कि देश में कोरोना वायरस का अभी कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं हुआ है। साथ ही उन्होंने कहा कि 90 फीसदी एक्टिव केस देश के सिर्फ 8 राज्यों में हैं। आज हमारा रिक्वरी रेट 62.08 फीसदी है, हमारी मृत्यु दर दुनिया में सबसे कम 2.75 प्रतिशत है. हमारा डबलिंग रेट 21.8 दिन है।
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उधर सीएसआईआर- सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बॉयोलॉजी (सीसीएमबी) के डायरेक्टर राकेश मिश्रा का कहना है कि अब तक के दावे से पता चला है कि यह पांच माक्रोन से कम आकार की छोटी बूंदों (ड्राप्लेट्स) में हवा में इधर-उधर जा सकता है और बड़ी बूंदों के रूप में यह कुछ ही मिनटों तक हवा में रहेगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मंगलवार को पहली बार माना कि कोरोना वायरस हवा के जरिए भी फैल रहा है।
इसके बाद लोगों की चिंताएं बढ़ गई। उन्हें संक्रमण का खतरा सताने लगा। हालांकि, भारतीय विशेषज्ञों का कहना है कि इसस घबराने की जरूरत नहीं है।
यह वायरस हवा में अस्थायी तौर पर मौजूद रहता है। इसका यह अर्थ बिल्कुल नहीं है कि वायरस हर जगह पहुंच रहा है और हर किसी को संक्रमित कर देगा।
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