Coronavirus Delta Variant: दुनियाभर में डेल्टा वैरिएंट से हाहाकार, अमेरिका-चीन में फिर से प्रतिबंध लागू
Coronavirus Delta Variant: कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट की वजह से देशों में जो पाबंदियां कुछ महीनों पहले हटी ही थी, कि उन्हें फिर से लगा दिया गया।
Coronavirus Delta Variant: दुनियाभर में कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट ने हाहाकार मचा रखा है। देशों में जो पाबंदियां कुछ महीनों पहले हटी ही थी, कि उन्हें फिर से लगा दिया गया। महाशक्तिशाली देश अमेरिका भी इसके आगे बेबस है। यहां पिछले छह महीनों में सबसे ज्यादा लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं। जबकि चीन में मामलों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। अब चीनी सरकार भी एक बार फिर पाबंदियों को लागू कर रही है।
कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट से दुनियाभर के कई देशों में पाबंदियों लागू कर दी गई है। बढ़ते मामले को देखते हुए लोगों को फिर से सावधानी बरतने को कहा गया है। अमेरिका, चीन के अलावा फ्रांस में भी मामलों की संख्या में कोई कमी नहीं है।
मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी
फ्रांस में कोरोना की चौथी लहर को रोकने के लिए यहां की सरकार ने इमरजेंसी प्लान तैयार किया हुआ है। इसके साथ ही मेडिकल स्टाफ को सपोर्ट करने के लिए सरकार पैकेज का ऐलान भी कर रही है।
ऑस्ट्रलिया भी कोरोना वायरस डेल्टा वैरिएंट से बुरी तरह से जूझ रहा है। मामलों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने डेल्टा वैरिएंट के बारे में बताया कि देश के 9 राज्यों के 37 जिलों में कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। जिसमें से 11 जिले केरल राज्य से हैं। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 135 देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर चेतावनी जाहिर की है।
बता दें, इससे पहले अमेरिकी स्वास्थ्य प्राधिकार की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना का डेल्टा वेरिएंट बाकियों की तुलना में अधिक गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है और चेचक की तरह आसानी से फैल सकता है।
साथ ही इस रिपोर्ट में कहा गया है कि रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के दस्तावेज में अप्रकाशित आंकड़ों के आधार पर दिखाया गया है कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन की सभी खुराकें ले चुके लोग भी बिना टीकाकरण वाले लोगों जितना ही डेल्टा स्वरूप को फैला सकते हैं। ये बहुत ही खतरनाक और फैलने वाली है।
आगे इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि डेल्टा स्वरूप, ऐसे वायरस की तुलना में अधिक फैलता है जो मर्स, सार्स, इबोला, सामान्य सर्दी, मौसमी फ्लू का कारण बनता है और यह चेचक की तरह ही संक्रामक है। सामने आई इस रिपोर्ट के अनुसार, बी.1.617.2 यानी डेल्टा स्वरूप और गंभीर बीमारी पैदा कर सकता है।