बड़ी खुशखबरी: हथियारों के बाद वैक्सीन, भारत और रूस के बीच होगी ये बड़ी डील

रूस की कोरोना वैक्सीन की सप्लाई और उत्पादन को लेकर भारत और रूस में बातचीत हो रही है। जल्द ही यह वैक्सीन भारत को मिल सकती है।

Update: 2020-09-07 03:56 GMT
रूस की कोरोना वैक्सीन की सप्लाई और उत्पादन को लेकर भारत और रूस में बातचीत हो रही है। जल्द ही यह वैक्सीन भारत को मिल सकती है।

मॉस्को: लद्दाख में सीमा पर भारत और चीन के बीच तनाव चरम पर है। अब इस बीच रूस ने लगातार पुरानी दोस्ती निभाते हुए भारत का साथ दिया है। रूस ने S-400 एंटी मिसाइल सिस्टम की जल्दी डिलीवरी, AK-47 203 बंदूकों का सौदा कर जता दिया है कि वह भारत के साथ है।

अब रूस और भारत कोरोना के खिलाफ मिलकर जंग लड़ेंगे और दोनों देशों ने कई बड़े फैसले लिए हैं। रूस की कोरोना वैक्सीन की सप्लाई और उत्पादन को लेकर भारत और रूस में बातचीत हो रही है। जल्द ही यह वैक्सीन भारत को मिल सकती है।

भारत में रूस के राजदूत निकोलेय कुशादेव ने कहा कि यह बातचीत अपने आखिरी चरणों में है। उनका कहना है कि जल्द ही इस बारे में कोई बड़ा एलान हो सकता है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रूस ने भारत के साथ कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक V को लेकर सहयोग के तरीके शेयर किए हैं। हालांकि अभी भारत सरकार इसको लेकर विचार कर रही है कि इस वैक्सीन को कैसे प्रयोग में लाया जा सकता है। रूस के राजदूत कुशादेव ने बताया कि कुछ जरूरी तकनीकी प्रक्रियाओं के बाद वैक्सीन का बड़े पैमाने पर (अन्य देशों में भी) इस्तेमाल किया जा सकेगा।

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मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, एससीओ की बैठक के लिए जब रूस दौरे पर थे तो रूसी प्रतिनिधिमंडल से वैक्सीन के भारत आने को लेकर बातचीत हुई है। अब विदेश मंत्री एस जयशंकर के रूस दौरे के दौरान भी कोरोना वैक्सीन को लेकर बातचीत होगी।

गौरतलब है कि रूस इसी हफ्ते से कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक V को आम जनता के लिए उपलब्ध कराने जा रहा है। इस वैक्सीन को मॉस्‍को के गामलेया रिसर्च इंस्टिट्यूट ने रूसी रक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर बनाया है।

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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 11 अगस्त को कोरोना वैक्सीन को लॉन्च किया था। यह दुनिया की पहली कोरोना वैक्सनी है। रूस के साथ वैक्सीन की सप्लाई, साथ मिलकर उत्पादन समेत कई मुद्दों पर बातचीत चल रही है।

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गौरतलब है कि लैंसेट जर्नल के मुताबिक, शुरुआती ट्रायल में इस वैक्सीन का कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहीं दिखा है। इस वैक्सीन को मेडिकल वॉचडॉग Roszdravnadzor की गुणवत्ता जांच पास करना होगा। 10 से 13 सितंबर के बीच रूस की सरकार को आम नागरिकों के इस्तेमाल के लिए वैक्सीन के एक बैच को जारी करने की इजाजत लेनी है। इसके बाद इस वैक्सीन को आम लोगों के लिए जारी कर दिया जाएगा।

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