रूहानी प्रदर्शनकारियों से 'सहानुभूति जताने पर' ट्रंप से बेहद नाराज

Update:2018-01-01 17:59 IST

तेहरान : ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने अपने अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के साथ 'सहानुभूति जताने' को लेकर उनकी कड़ी निंदा की है। इस बीच, ईरान ने भ्रष्टाचार को लेकर तेज हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर सोशल मीडिया को प्रतिबंधित कर दिया है।

सरकारी आईआरएनए की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार विरोधी प्रदर्शनों के गुरुवार को शुरू होने के बाद अपनी पहली टिप्पणी में ईरानी नेता ने कहा कि लोग सरकार की आलोचना करने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन उनके विरोध से हिंसा नहीं होनी चाहिए।

ईरान में अधिकारियों ने अब इंस्टाग्राम व टेलीग्राम मैसेजिंग एप को प्रतिबंधित कर दिया है, जिनका इस्तेमाल कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन के आयोजन व प्रचार के लिए कर रहे थे। टेलीग्राम ईरान में बेहद लोकप्रिय है। माना जाता है कि देश की आठ करोड़ की आबादी में से आधी इस एप का इस्तेमाल करती है।

ईरान ने कहा है कि आंदोलन को सख्ती से कुचल दिया जाएगा। दोरुद शहर में दो प्रदर्शनकारियों की गोली लगने से मौत के बाद आंदोलन के हिंसक होने का खतरा बढ़ गया है। हालांकि, ईरान ने कहा है कि दोरुद में प्रदर्शनकारी सुरक्षाकर्मियों की गोली से नहीं बल्कि 'विदेशी एजेंटों' की गोली से मारे गए हैं।

राष्ट्रपति ट्रंप नियमित तौर पर ईरान में प्रदर्शनकारियों के लिए ट्वीट कर रहे हैं। अपने हालिया ट्वीट में ट्रंप ने कहा, लोगों को आखिरकार समझ में आ रहा है कि कैसे उनके धन की चोरी की जा रही और उसे आतंकवाद पर लुटाया जा रहा है।



ट्रंप ने रविवार को ट्वीट किया कि ऐसा लगता कि ईरान के लोग इसे ज्यादा समय तक बर्दाश्त नहीं करेंगे।

ट्रंप ने यह भी कहा है कि अमेरिका ईरान में संभावित किसी भी मानवाधिकार उल्लंघन पर निगाह रखे हुए है।

रूहानी ने ट्रंप पर हमला करते हुए कहा, "अमेरिका का यह व्यक्ति जो हमारे लोगों से सहानुभूति जता रहा है, वह भूल गया है कि कुछ महीने पहले उसने ईरान को आतंकवादी बताया था। वह व्यक्ति जो दिल से ईरान राष्ट्र के खिलाफ है, उसे ईरानी लोगों के साथ सहानुभूति जताने का कोई अधिकार नहीं है।"

राष्ट्रपति रूहानी की टिप्पणी तेहरान के गवर्नर के उप सुरक्षा अधिकारी द्वारा यह बताए जाने के बाद आई कि शनिवार की रात विरोध प्रदर्शनों के बाद 40 नेताओं सहित 200 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

प्रदर्शन के चौथे दिन सड़कों पर भीड़ ने आग जलाई और 'तानाशाह को मौत' के नारे लगाए। तेहरान में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया गया।

राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा, "लोग पूरी तरह से सरकार की आलोचना के लिए स्वतंत्र है, लेकिन उनका विरोध देश के हालत व उनके जीवन में सुधार के लिए होना चाहिए।

उन्होंने कहा, "आलोचना सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने व हिंसा से अलग है। समस्याओं का समाधान आसान नहीं है और इसमें समय लगेगा। सरकार व लोगों को मुद्दों के सामाधान के लिए एक दूसरे की मदद करनी चाहिए।"

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