बैकफुट पर ट्रंप, राष्ट्रपति चुनाव टालने संबंधी सुझाव को वापस लिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों को टालने संबंधी अपने सुझाव को वापस ले लिया है।
अंशुमान तिवारी
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों को टालने संबंधी अपने सुझाव को वापस ले लिया है। राष्ट्रपति ट्रंप ने इस चुनाव में बड़ी धोखाधड़ी की आशंका जताते हुए इसे डालने का सुझाव दिया था। जानकार सूत्रों का कहना है कि ट्रंप को डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थन तो दूर अपनी रिपब्लिकन पार्टी तक के नेताओं का समर्थन नहीं मिला। इसी कारण बैकफुट पर जाते हुए उन्होंने चुनाव टालने संबंधी अपने सुझाव को वापस ले लिया।
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बिडेन दे रहे ट्रंप को कड़ी चुनौती
अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए राष्ट्रपति ट्रंप को डेमोक्रेटिक उम्मीदवार और पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन से कड़ी चुनौती मिल रही है। चुनाव से पहले किए गए कई सर्वे में भी बिडेन ट्रंप पर भारी पड़ते दिख रहे हैं। बिडेन को युवाओं में भी खासा समर्थन मिल रहा है। इसके साथ ही अमेरिका में कोरोना के जबर्दस्त संक्रमण और उसे रोक पाने में ट्रंप प्रशासन की नाकामी भी बिडेन की मजबूती का बड़ा कारण बनती जा रही है।
अपनी वर्चुअल रैलियों में बिडेन ट्रंप पर करारा हमला कर रहे हैं और उनकी नाकामियां गिनाते हुए खुद को मौका देने की अपील कर रहे हैं। उनका कहना है कि राष्ट्रपति का चुनाव जीतने पर वे पूरी दुनिया में अमेरिका का पुराना प्रभुत्व लौटाएंगे।
ट्रंप ने जताई थी गड़बड़ी की आशंका
अमेरिका में हर चार साल पर राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होते हैं और नवंबर के महीने में पहले सोमवार के बाद पड़ने वाले मंगलवार की तारीख इसके लिए तय होती है। ट्रंप ने गुरुवार को पहली बार इस साल नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों को टालने की वकालत की थी। उनका कहना था कि डाक से मतदान के दौरान बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की आशंका है। इसलिए इस चुनाव को टाल दिया जाना चाहिए।
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डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने ट्रंप के सुझाव की आलोचना करते हुए उन पर हमला बोला था। रिपब्लिकन पार्टी के नेताओं ने भी ट्रंप के सुझाव का समर्थन नहीं किया। माना जा रहा है कि ट्रंप इसी कारण अपने सुझाव को वापस लेने पर मजबूर हुए।
सबसे छलपूर्ण चुनाव होगा
चुनाव टालने के संबंध में ट्वीट करने के बाद ट्रंप ने मीडिया से कहा था कि मैं देरी नहीं चाहता। मैं भी चुनाव चाहता हूं, लेकिन इसके साथ ही मैं यह भी नहीं चाहता कि बाद में पता चले कि ऐसे मतदान का कोई मतलब ही नहीं है। ट्रंप ने गुरुवार को ट्वीट किया था कि सभी के लिए डाक से मतदान इतिहास में सबसे गलत और छलपूर्ण चुनाव साबित होगा। ट्रंप का कहना था कि यह अमेरिकी इतिहास के लिए बहुत ही शर्मनाक बात होगी। उन्होंने कहा था कि ऐसे माहौल में ही चुनाव कराए जाने चाहिए जब लोग सही तरीके से और सुरक्षित मतदान कर सकें।
डेमोक्रेटिक पार्टी कर रही वकालत
ट्रंप इन दिनों दोबारा व्हाइट हाउस पहुंचने की कोशिश में जुटे हुए हैं। वे मतदाताओं तक अपनी पहुंच बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि कोरोना महामारी के कारण इस काम में दिक्कत भी पेश आ रही है। ट्रंप का कहना है कि डाक मतपत्रों की गिनती और चुनाव नतीजों में देरी होगी।
ट्रंप इस तरह मतदान कराने का विरोध कर रहे हैं जबकि उनकी विरोधी डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता इसकी वकालत में जुटे हुए हैं। उनका कहना है कि कोरोना महामारी के कारण मतदाता मतदान केंद्रों तक जाने और कतारों में लगने से बचेंगे। ऐसे में डाक से मतदान एक सुरक्षित विकल्प साबित होगा और मतदाताओं को यह विकल्प मुहैया कराया जाना चाहिए।
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