117 साल की बूढ़ी महिला: पूरी दुनिया को चौंका दिया, मना रही आज अपना जन्मदिन

कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तहलका मचाया। लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई, कुछ ऐसे खुशनसीब भी रहे जिन्होंने कोरोना को मात देकर मौत के मुंह से बहार स्वस्थ होकर निकले। इसी कड़ी में यूरोप की सबसे उम्रदराज महिला सिस्टर आंद्रे ने भी कोरोना से जंग जीती है।

Update: 2021-02-11 13:45 GMT
जन्मदिन से पहले कोरोना को दिया मात, मिलिए 117 वर्षीय बूढ़ी महिला से

यूरोप: कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तहलका मचाया। लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई, कुछ ऐसे खुशनसीब भी रहे जिन्होंने कोरोना को मात देकर मौत के मुंह से बहार स्वस्थ होकर निकले। इनमे से ऐसा मामला भी सामने आया जहां कई उम्रदराज लोगों ने कोरोना को मात दी थी। इसी कड़ी में यूरोप की सबसे उम्रदराज महिला सिस्टर आंद्रे ने भी कोरोना से जंग जीती है।वे आज अपना 117वां जन्मदिन मना रही हैं।

नहीं देख सकती आंद्रे

खबरों की माने तो, सिस्टर आंद्रे का जन्म 1904 फ्रांस में हुआ। आंद्रे पिछले महीने टूलॉन स्थित केयर होम में संक्रमित पाई गई थीं। जानकारी के लिए बता दें, आंद्रे देख नहीं सकती। लेकिन वे व्हीलचेयर के सहारे अपने काम करती हैं। आंद्रे का कहना है कि उन्हें मौत से डर नहीं लगता है। शायद यह भी एक वजह रही कि वह सभी बीमारी से लड़ते हुए आज अपना 117वां जन्मदिन मना रही हैं।

मनाया अपना 117वां जन्मदिन

लेकिन उन्हें एक ही शिकायत रही है कि उन्हें एकांत में क्यों रखा जा रहा है। हालांकि ऐसा उनके भले के लिए किया जा रहा है। नर्सिंग होम के प्रवक्ता ने बताया कि सिस्टर आंद्रे ने कोरोना को लेकर भी कोई डर नहीं दिखाया है। कोरोना को देखते हुए उनके जन्मदिन में बहुत कम लोग शामिल हुए हैं।

दूसरी सबसे अधिक उम्र की जीवित व्यक्ति

मिली जानकारी के अनुसार , सिस्टर आंद्रे का जन्म 11 फरवरी 1904 में हुआ था और वह दुनिया की दूसरी सबसे अधिक उम्र की जीवित व्यक्ति हैं। पहली सबसे अधिक उम्र की जीवित व्यक्ति जापान की केन तनाका हैं, जो 2 जनवरी को 118 साल की हुई हैं।

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ट्यूटर रह चुकी है

बता दें , एक ट्यूटर रह चुकी है। सन 1940 में वह कॉन्वेंट में शामिल हो गईं। वह 1979 तक नर्सिंग होम्स में अपनी सेवाएं देती रहीं। वही टूलॉन होम में वह 2009 से रह रही हैं। यह किसी चमत्कार से कम नहीं कि वह जिस टूलॉन में रह रही है वहां कुल 88 लोग रहते हैं। जिनमे से 81 लोग वायरस से संक्रमित पाए गए । 10 लोगों की संक्रमण से मौत हो गई। वे टूलॉन स्थित सैंटे-कैथरीन लेबोरा में संक्रमित पाई गई थीं।

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