बड़ी जानकारी आई सामनेः इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार है मास्क, एक्सपर्ट का दावा

हेल्थ एक्सपर्ट ने मास्क पहनने का अब एक बड़ा फायदा बताया है। एक रिपोर्ट में इस बात को लेकर दावा किया गया है कि मास्क ना सिर्फ वायरस की रफ्तार को कम करता है, बल्कि इम्यूनिटी बढ़ाने में भी काफी मददगार है।

Update: 2020-09-14 09:18 GMT
इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार है मास्क

नई दिल्ली: चीन के वुहान से निकले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तांडव मचा रखा है। ये महामारी इतनी खतरनाक है कि इतने महीने बीत जाने के बाद भी कोई सटीक इलाज नहीं मिल पाया है। ऐसे में कोरोना वायरस के खिलाफ हथियार के रूप में मास्क ही हमारे पास एक मात्र उपाय बचता है। शुरुआत से ही एक्सपर्ट द्वारा भी मास्क पहनने की सलाह दी जा रही है।

ये भी पढ़ें: 30 हजार नौकरियांः लाजवाब ऑफर, अप्लाई करना बेहद आसान

हालांकि अब मास्क को लेकर एक और अच्छी खबर सामने आ रही है। दरअसल, हेल्थ एक्सपर्ट ने मास्क पहनने का अब एक नया और बड़ा फायदा बताया है। एक रिपोर्ट में इस बात को लेकर दावा किया गया है कि मास्क ना सिर्फ कोरोना वायरस की रफ्तार को कम करता है, बल्कि इम्यूनिटी बढ़ाने में भी काफी मददगार है।

ये भी पढ़ें: चीन की गंदी साजिश: PM, नेता, खिलाड़ी सबकों बना रहा निशाना, रिपोर्ट में खुलासा

'न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिकल' के रिपोर्ट में ये बात प्रकाशित हुई है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफॉर्निया के जॉर्ज डब्ल्यू रदरफोर्ड और मोनिका गांधी का कहना है कि शरीर के इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के लिए फेस मास्क एक 'वैरियोलेशन' की तरह काम कर सकता है। इसके अलावा संक्रमण की रफ्तार को भी धीमा करता है।

ये भी पढ़ें: 5 साल संविदा पर कामः सालों से काम कर रहे लोग हुए बेचैन, क्या होगा भविष्य

कम मात्रा में मास्क से बाहर निकल पाते हैं वायरस

जानकारों का दावा है कि फेस मास्क ड्रॉपलेट्स के साथ बाहर आने वाले संक्रमणकारी तत्वों को फिल्टर कर सकता है। उन्होंने बताया कि छींकने या खांसने पर बेहद कम मात्रा में ही वायरस मास्क से बाहर निकल पाते हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि चेचक की वैक्‍सीन बनने तक लोग वैरियोलेशन का सहारा लेते थे। उन्होंने बताया कि इससे इंफेक्शन के संपर्क में आने के बाद भी लोग ज्यादा गंभीर रूप से बीमार नहीं होते थे।

मास्क से वायरस का इंफेक्शन कमजोर

इस विषय पर स्टडी करने वाले विशेषज्ञों ने बताया कि इस शोध के अब तक सकारात्मक परिणाम ही सामने आए हैं। उन्होंने अर्जेंटीना के एक क्रूज शिप का उदाहरण भी दिया। उन्होंने कहा कि क्रूज पैसेंजर्स को सर्जिकल और N95 मास्‍क देने के बाद 20 फीसद मरीज एसिम्‍प्‍टोमेटिक पाए गए, जबकि सामान्य मास्क दिए जाने पर 81 फीसद लोग एसिम्‍प्‍टोमेटिक पाए गए। इससे पता लगता है कि एक अच्छा मास्क संक्रमण की रफ्तार को बेहतर तरीके से रोक सकता है।

ये भी पढ़ें: बड़ी खबरः कोरोना से जंग में अभेद्य कवच से लैस हुए केजीएमयू कोरोना योद्धा

Tags:    

Similar News