5 दिन का लॉकडाउन: तेजी से बिगड़ते हालातों पर बड़ा ऐलान, 3 अप्रैल को खुलेंगी दुकानें

बीते साल की तरह इस साल कोरोना वायरस के आक्रामक तौर पर फैलने की आशंकाएं तेज होती जा रही हैं। ऐसे में अभी से कई देश सावधानी बरतते हुए हालातों को काबू में रखने के लिए जरूरी कदम उठा रहे हैं।

Update: 2021-03-23 06:57 GMT
जर्मनी में सख्ती बरतते हुए चांसलर एंजेला मर्केल और 16 अन्‍य नेताओं ने बैठक कर देश में 1 अप्रैल से 5 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाए जाने पर मंजूरी दी है।

बर्लिन। पूरी दुनिया पर कोरोना वायरस का एक बार फिर से बढ़ता खतरा तबाही का कारण बनता जा रहा है। बीते साल की तरह इस साल वायरस के आक्रामक तौर पर फैलने की आशंकाएं तेज होती जा रही हैं। ऐसे में अभी से कई देश सावधानी बरतते हुए हालातों को काबू में रखने के लिए जरूरी कदम उठा रहे हैं। जिसके चलते जर्मनी(Germany) भी अपने यहां पांच दिन का सख्‍त लॉकडाउन(Lockdown) लगाने का ऐलान किया है। इस बारे में जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल (Angela Merkel) ने मंगलवार को स्‍थानीय नेताओं से बातचीत की। जिसके बाद उन्‍होंने कहा कि तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस को रोकने के लिए जर्मनी में ईस्‍टर पर पांच दिन का सख्‍त लॉकडाउन लगाया जाएगा।

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लॉकडाउन लगाए जाने पर मंजूरी

जर्मनी में सख्ती बरतते हुए चांसलर एंजेला मर्केल और 16 अन्‍य नेताओं ने बैठक कर देश में 1 अप्रैल से 5 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाए जाने पर मंजूरी दी है। इसके साथ ही सांस्‍कृति और खेल समेत अन्‍य प्रतिष्‍ठानों को भी 18 अप्रैल तक बंद रखने की बात कही।

इस बारे में जानकारी दी गई है कि इन पांच दिनों के सख्‍त लॉकडाउन के दौरान अमूमन सभी दुकानें बंद रहेंगी। और ईस्‍टर की प्रार्थना को ऑनलाइन किया जाएगा। केवल राशन-सब्‍जी वालों को 3 अप्रैल को दुकान खोलने की इजाजत होगी।

फोटो-सोशल मीडिया

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हालात काफी गंभीर

ऐसे में नेताओं ने करीब 12 घंटे की वार्ता के बाद एंजेला मर्केल ने कहा, 'हालात काफी गंभीर हैं। कोराना केस बेतहाशा बढ़ रहे हैं और आईसीयू बेड भी फिर से भर रहे हैं। 16 नेताओं के साथ बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गई कि क्‍या ईस्‍टर की स्‍कूलों की छुट्टियों पर अवकाश की घोषणा कर दी जाए।

लेकिन इस पर कुछ नेताओं ने विरोध किया और कहा कि इसका कोई औचित्‍य नहीं बनता कि कुछ लोगों को हवाई यात्रा करके मलोरका आईलैंड जाने दिया जाए और अधिकांश पर प्रतिबंध लगाए जाएं।

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