Gotabaya Video: समुद्र के रास्ते भागे राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे, इस देश में ले सकते हैं शरण, देखें वीडियो
Gotabaya Video: सोशल मीडिया पर श्रीलंकाई नौसेना बेस का एक वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि वीडियो में जहाज पर सवार होते लोग राजपक्षे के परिवार के हैं।
Colombo: अपने इतिहास के सबसे भीषण आर्थिक संकट (Sri Lanka economic crisis) के दौर से गुजर रहे श्रीलंका में हालात विस्फोटक हो गए हैं। सड़कों पर सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों की भीड़ बेकाबू हो चुकी है। गुस्साई भीड़ की जद में अब स्वयं देश के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (President Gotabaya Rajapaksa) आ गए हैं। लंबे समय से इस्तीफा देने को लेकर आनाकानी करने वाले गोटबाया को जान बचाने के लिए राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास छोड़कर भागना पड़ा। वो फिलहाल कहां हैं, इसकी आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।
इस बीच सोशल मीडिया पर श्रीलंकाई नौसेना बेस (Sri Lankan Naval Base) का एक वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि वीडियो में जहाज पर सवार होते लोग राजपक्षे के परिवार के हैं। उनके हाथों में बड़ा –बड़ा लगेज देखा जा रहा है। उधर, राष्ट्रपति भवन पूरी तरह से प्रदर्शनकारियों के कब्जे में आ चुका है। राष्ट्रपति आवास के सुरक्षा में लगे लोगों की भीड़ के सामने टिक नहीं पाए। जानकारी के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने वहां जमकर तोड़फोड़ मचाई। प्रदर्शनकारियों के वहां बने स्वीमिंग पूल में नहाने के फोटो भी काफी वायरल हो रहे हैं।
गोटबाया ने कल रात ही खाली कर दिया था बंगला
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को शुक्रवार रात ही ऐहतियात के तौर पर सेना मुख्यालय ले जाया गया, खुफिया एजेंसी ने राष्ट्रपति को सूचित किया था कि शनिवार को हालात नियंत्रण से बाहर हो सकते हैं। इसे देखते हुए वे रात में ही सेना मुख्यालय शिफ्ट हो गए हैं।
पीएम ने बुलाई आपात बैठक
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने स्थिति पर चर्चा करने और त्वरित समाधान के लिए आपात बैठक बुलाई है। इसके अलावा उन्होंने स्पीकर से भी संसद बुलाने का अनुरोध किया। श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना (एसएलपीपी) के 16 सांसदों ने एक खत लिखकर राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे से इस्तीफा देने की मांग की है। बता दें कि श्रीलंकाई पीएम विक्रमसिंघे भी कई बार गोटबाया को राष्ट्रपति का पद छोड़ने के लिए कह चुके हैं।
ज्ञात हो कि इससे पहले 11 मई को तत्कालीन प्रधानमंत्री और गोटबाया के बड़े भाई महिंदा राजपक्षे (Mahinda Rajapakse) को परिवार सहित भागना पड़ा था। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने कोलंबो स्थित उनके सरकारी आवास को घेर लिया था। ये वही राजपक्षे हैं, जिन्होंने श्रीलंका पर एकछत्र राज कायम किया था। अपने छोटे भाई गोटबाया को भी राजनीति में भी वही लेकर आए थे लेकिन बदली परिस्थितियों में राजपक्षे परिवार श्रीलंकाई राजनीति का अतीत बनने की कगार पर है।