ट्विटर और मेटा से छंटनी के बाद H-1B वीजा धारकों का करियर अधर में, नौकरी खोजने के लिए सिर्फ 60 दिन

अमेरिकी कानून के मुताबिक, नौकरी गंवाने वाले कर्मचारियों के पास केवल दो माह यानी 60 दिनों का समय है, जिसके अंदर उन्हें दूसरी नौकरी तलाश करनी होगी।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2022-11-11 09:57 GMT

 H-1B वीजा। (Social Media)

Mass Layoffs: दिग्गज अरबपति कारोबारी एलन मस्क (Elon Musk) ने ट्विटर का अधिग्रहण पूरा करते ही जॉब मार्केट में खलबली मचा दी है। उनके फैसलों से कंपनी के कर्मचारी से लेकर कस्टमर तक हैरान, परेशान हैं। मस्क ने एक झटके में हजारों लोगों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया। अब उन्हीं की राह पर अन्य दिग्गज कंपनियां भी चलने लगी हैं। इनमें फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा और अमेजन शामिल है। इन कंपनियों में ऐसे वर्कफोर्स की तादाद अच्छी-खासी है जो विकासशील देशों से आकर यहां काम कर रहे हैं।

H-1B वीजा वालों के सामने बड़ी समस्या खड़ी

ये H-1B वीजा पर अमेरिका आकर काम कर रहे हैं। ऐसे में नौकरी जाने के बाद इनके सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। उनके सामने एक तय समय में यूएस में नौकरी ढ़ंढ़ने की चुनौती है, अन्यथा उन्हें देश छोड़कर जाना होगा। अमेरिकी कानून के मुताबिक, नौकरी गंवाने वाले कर्मचारियों के पास केवल दो माह यानी 60 दिनों का समय है, जिसके अंदर उन्हें दूसरी नौकरी तलाश करनी होगी।

ट्विटर और मेटा के बाद अमेजन ने किया छंटनी का ऐलान

दिगग्ज सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर ने जहां 3700 के आसपास कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है, तो वहीं फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने 11 हजार कर्मचारियों की छंटनी की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने भी अपने कर्मचारियों को पिंक स्लिप पकड़ाना शुरू कर दिया है। आंकड़ों की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन सूत्रों के हवाले से आ रही खबर के मुताबिक हजारों लोगों को फायर किया गया है। अमेजन में काम करने वाले एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने लिंक्डइन पर नौकरी से निकाले जाने की पुष्टि की है। इन कंपनियों में ऐसे लोगों की तादात अच्छी खासी है जो H-1B वीजा पर अमेरिका आए हैं। ऐसे में उनके सामने जल्द से जल्द नौकरी ढूंढने की चुनौती है।

क्या होता है एच -1 बी वीजा

एच -1 बी वीजा अमेरिका में इमीग्रेशन एंड नैशनलिटी एक्ट के तहत जारी किया जाता है। एच -1 बी वीजा के तहत अमेरिका में काम करने वाली कंपनियां अपने संस्थान में किसी विदेशी कामगार को नौकरी दे सकती है। यदि एच -1 बी वीजा रखने वाला शख्स अपनी नौकरी छोड़ देता है या उसे कंपनी द्वारा नौकरी से बाहर निकाल दिया जाता है तो उसे तुरंत अपने वीजा में बदलाव की अर्जी देनी होगी या किसी नई कंपनी को ढ़ूंढना होगा या फिर अमेरिका छोड़कर जाना होगा। इस वीजा के साथ यूएस में कोई भी शख्स अधिकतम छह साल तक रह सकता है, जिसे विशेष परिस्थितियों में आगे बढ़ाया जा सकता है। एच -1 बी वीजा केवल तीन साल के लिए जारी होता है, जिसे अगले तीन साल के लिए बढाया जा सकता है।

बता दें कि अमेरिकी टेक कंपनियां बड़े पैमाने पर भारत समेत अन्य विकासशील देशों के एच -1 बी वीजा धारकों को नौकरी देती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक फेसुबक में काम करने वाले ऐसे लोगों की तादाद 15 फीसदी है। ऐसे में छंटनी के शिकार हुए एच -1 बी वीजा होल्डर्स के सामने डिपोर्ट किए जाने का खतरा पैदा हो गया है। इससे बचने के लिए उन्हें मंदी से जूझ रहे अमेरिका में 60 दिनों के भीतर नई नौकरी ढूंढ़नी होगी। 

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