नेपाल में हिंदू राजशाही की मांग: सड़कों पर हजारों प्रदर्शनकारी, ओली की हालत खराब

नेपाल में 12 साल पहले 240 वर्षों की राजशाही को खत्म कर लोकतंत्र की बहाली हुई थी, लेकिन अब एक बार फिर से देश में राजा की मांग की जा रही है। नेपाल में 28 मई 2008 को राजशाही पूरी तरह से समाप्त हो गई। लेकिन अब फिर एक बार राजशाही की मांग तेज हो गई है।

Update: 2020-12-06 09:15 GMT
केपी शर्मा ओली ने चितवन में कहा कि राम के जन्मस्थान में मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। भगवान राम की मूर्ति का निर्माण पहले ही हो चुका है।

नई दिल्ली: नेपाल की सत्ताधारी नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी में काफी लंबे समय से कलह चल रही है। पार्टी में चल रहे कलह से परेशान नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली शर्मा के सामने एक और बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है। नेपाल में फिर 240 साल पुरानी हिंदू राजशाही की मांग उठने लगी है। नेपाल की राजधानी काठमांडू समेत कई बड़े शहरों में राजशाही की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि प्रजातंत्र को खत्म किया जाए और हिंदू राजशाही लागू की जाए।

नेपाल में 12 साल पहले 240 वर्षों की राजशाही को खत्म कर लोकतंत्र की बहाली हुई थी, लेकिन अब एक बार फिर से देश में राजा की मांग की जा रही है। नेपाल में 28 मई 2008 को राजशाही पूरी तरह से समाप्त हो गई। लेकिन अब फिर एक बार में राजशाही की मांग तेज हो गई है।

नेपाल में ओली सरकार पर उन्हीं के पार्टी के नेता कई आरोप लगा रहे हैं। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के को-चेयर पुष्प कमल दहल ने तो प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे की मांग की थी। दहल पीएम ओली के हर फैसले का विरोध करते आ रहे हैं।

ये भी पढ़ें...चीन में कैप्टन अमेरिका: युद्ध की तैयारी में चीनी सैनिक, दुनिया पर सबसे बड़ा खतरा

ओली का चीन के प्रति बढ़ता ही जा रहा है जिसके कारण वह विरोधियों के निशाने पर हैं। नेपाल की जमीन पर चीन के कब्जे के खुलासा होने के बाद से वहां की जनता ओली पर भरोस नहीं कर रही है। यही सब कारण यहीं लोग सड़कों पर उतर कर राजशाही की मांग कर रहे हैं।

ये भी पढ़ें...इजरायल के इस शख्स को मारकर ईरान ने अपने वैज्ञानिक की हत्या का लिया बदला

सड़कों पर प्रदर्शनाकारी

सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी में मचे घमासान की वजह से नेपाल में काफी नुकसान हो रहा है। कोरोना वायरस की वजह से नेपाल की अर्थव्यवस्था निचले स्तर पहुंच चुकी है, तो वहीं स्वास्थ्य और रोजगार के मामले में देश की हालत खराब । सरकार में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। इन्हीं कारणों से नेपाल के युवाओं के सरकार के खिलाफ आक्रोश है।

ये भी पढ़ें...मौतों वाला द्वीप: यहीं बसाए जा रहे रोहिंग्या मुसलमान, सच्चाई जानकर उड़ जाएंगे होश

राजशाही समर्थकों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन तेज कर दिया है। इस प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में युवा शामिल हैं। आंदोलनकारी संघीय व्यवस्था को खत्म करने की मांग कर रहे हैं।

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

 

Tags:    

Similar News