पीएम इमरान के दिन हुए पूरे, इस्तीफे की जिद्द पर अड़े मौलाना

पाकिस्तान में अब इमरान सरकार का दिन पूरे होते दिखाई दे रहे हैं। इमरान खान का इस्तीफा मांगने के लिए पाकिस्तान के इस्लामाबाद में जमीयत-ए-इस्लाम-फजल के नेता मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व में आजादी मार्च निकाला गया।

Update: 2019-11-06 04:33 GMT

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में अब इमरान सरकार का दिन पूरे होते दिखाई दे रहे हैं। इमरान खान का इस्तीफा मांगने के लिए पाकिस्तान के इस्लामाबाद में जमीयत-ए-इस्लाम-फजल के नेता मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व में आजादी मार्च निकाला गया। मौलाना फजलुर रहमान ने उन्हें कुर्सी छोड़ने के लिए 48 घंटे का अल्टिमेटम दे दिया है। इस मसले को लेकर मौलाना अपने समर्थकों के साथ लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

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पीएम इमरान खान सरकार अब बातचीत के द्वारा प्रदर्शन को खत्म करने की कोशिश में लगी है। लेकिन कट्टरपंथी मौलाना फजलुर का कहना है कि उनका विरोध प्रदर्शन तब तक चलता रहेगा, जब तक पीएम इमरान अपना इस्तीफा नहीं दे देते। मंगलवार को 5वें दिन भी धरना प्रदर्शन जारी है और प्रदर्शनकारी अभी भी मौलाना फजलुर की तरफ से रखी गई मांगों पर अड़े हुए हैं।

पाकिस्तान सरकार और विपक्षी नेताओं के बीच दूसरे दौर की बातचीत भी मंगलवार को फेल हो गई। इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आजादी मार्च की सारी मांगे मान ली थी। इसके बावजूद दोनों पक्षों के बीच चल रहा गतिरोध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा।

मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व में विपक्षी दलों के आजादी मार्च से पीएम इमरान खान की नींद उड़ी हुई है। पीएम इमरान खान ने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री परवेज खट्टक की नेतृत्व वाली एक टीम को बातचीत का जिम्मा सौंपा है। यही टीम विपक्षी दलों से गतिरोध को खत्म करने के लिए बातचीत कर रही है।

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नहीं दे सकते इस्तीफा बाकी सब मांगे मानने को हैं तैयार

मिली जानकारी के मुताबिक पीएम इमरान खान पद से इस्तीफा देने को छोड़कर मौलाना फजलुर रहमान और विपक्षी दलों की सभी अन्य मांगों को मानने के लिए तैयार है। लेकिन विपक्षी दल अभी भी इमरान खान के इस्तीफे पर अड़े हुए हैं।

बीच का रास्ता निकालने की कोशिश

रक्षा मंत्री खट्टक ने कहा कि सरकार गतिरोध को खत्म करने के लिए विपक्ष के साथ बीच का रास्ता निकालने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत अच्छे माहौल में हुई है।

अपनी-अपनी शर्तों पर अड़े

4 नवंबर सोमवार रात इमरान खान ने दूसरे दौर की बैठक के लिए रक्षा मंत्री की अगुआई वाले प्रतिनिधिमंडल को रहमान के निवास पर भेजा। इस बैठक में भी कोई परिणाम नहीं निकला। दोनों पक्ष अपनी-अपनी शर्तों पर अड़े हुए हैं।

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आजादी मार्च का 5वां दिन

जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल के नेता मौलाना फजलुर रहमान के बड़े पैमाने पर हो रहे विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं। 5 नवंबर मंगलवार को ये आजादी मार्च अपने पाचवें दिन में प्रवेश कर गया। आजादी मार्च में शामिल प्रदर्शनकारी इमरान खान के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। उनका आरोप है कि 2018 के आम चुनावों में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है।

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