माले : मालदीव में जारी राजनीतिक उठापठक के बीच गिरफ्तार किए गए एक वैश्विक समाचार एजेंसी के लिए काम करने वाले एक भारतीय नागरिक समेत दो पत्रकारों को उनके संबंधित देशों को सौंपा जाएगा। पुलिस ने इस बात की जानकारी दी है। भारतीय नागरिक अमृतसर निवासी मनी शर्मा और भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक आतिश रावजी पटेल, हिंद महासागर के इस प्रवाली राष्ट्र में एएफपी के लिए आपातकाल को कवर कर रहे थे। राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने छह फरवरी को यहां आपातकाल घोषित किया था।
मालदीव सरकार ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि दोनों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया और अब उन्हें उनके देशों को सौंपने की तैयारी पूरी हो चुकी है, क्योंकि वे देश में पर्यटन वीजा पर काम कर रहे थे, जो आव्रजन कानून का उल्लंघन है। हालांकि उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है।
ये भी देखें :मालदीव विवाद : राष्ट्रपति के प्रतिनिधि ने चीनी विदेश मंत्री से की मुलाकात
बयान में कहा गया है, "हमने पाया कि दोनों (दोनों पत्रकारों) ने मालदीव से जाने की बात कही, जिसके बाद उनके खिलाफ कोई कानूनी कदम नहीं उठाया गया।"
बयान में कहा गया है, "सभी विदेशी नागरिकों को देश में काम करने के लिए बिजनेस या फिर कार्य वीजा चाहिए होता है और यह शर्त पत्रकारों पर भी लागू होती है।"
भारतीय विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि उसे सूचना प्राप्त हुई है कि एक भारतीय नागरिक मनी शर्मा जो बतौर पत्रकार कार्यरत थे, उन्हें मालदीव के अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, "हमने अपने दूतावास से स्थानीय अधिकारियों से संपर्क में रहने को कहा, ताकि मामले में अधिक जानकारी जुटाई जा सके।"