Covid 19: भारत-ब्राजील के बाद अब ये देश बना महामारी का नया केंद्र, रोजाना सैकड़ों लोगों की हो रही मौत
दुनियाभर में कोरोना महामारी ने तबाही मचा रखी है। भारत और ब्राजील को पीछे छोड़ इंडोनेशिया अब कोरोना महामारी का नया केंद्र बन गया है। इंडोनेशिया में कोविड के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है।
दुनिया में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर जारी है। वहीं भारत (India) और ब्राजील (Brazil) को पीछे छोड़ इंडोनेशिया (Indonesia) अब कोरोना महामारी का नया केंद्र बन गया है। इंडोनेशिया में कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना के कारण देश में हालात बेकाबू होते दिख रहे हैं। इंडोनेशिया में कोरोना का डेल्टा वेरिएंट कहर बरपा रहा है। यह हाल तब है जब विश्वभर में कोरोना महामारी के खिलाफ टीकाकरण अभियान व्यापक पैमाने पर चलाया जा रहा है। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक दुनियाभर में कोविड रोधी वैक्सीन की 3.59 अरब से अधिक डोज दी जा चुकी है।
इंडोनेशिया में रोजाना औसतन 57 हजार से अधिक कोरोना मरीज मिल रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञ इंडोनेशिया को महामारी का नया केंद्र बता रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार को 1205 मरीजों की मौत के साथ मौतों का आंकड़ा 71 हजार पार हो गया है। देश में रविवार को कोरोना वायरस के 44,721 नए मामले सामने आए जबकि 1,093 लोगों की मौत हो गई। इंडोनेशियाई सरकार ने कोरोना वायरस के प्रसार को थामने के लिए तीन जुलाई को सख्त प्रतिबंध लगाए थे। ये पाबंदियां मंगलवार को खत्म हो रही हैं लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए इन्हें बढ़ाया जा सकता है।
अब तक 545 डॉक्टरों की मौत
इस महामारी की शुरुआत से लेकर अबतक देश में कोविड-19 से कुल 545 डॉक्टरों की मौत हो चुकी है। हॉस्पिटल एसोसिएशन के महासचिव डॉ. लिया जी पर्ताकुसुमा के मुताबिक, इंडोनेशिया में कोविड-19 की चपेट में आने से देश के 10 प्रतिशत स्वास्थ्यकर्मी आइसोलेटेड हैं। इसके अलावा अस्पतालों में ऑक्सीजन की खपत क्षमता से पांच गुना अधिक हो गई है।
इंडोनेशिया में यदि संक्रमण का दौर इसी तरह से जारी रहा तो हालात बेकाबू हो सकते हैं। अधिकारियों का कहना है कि जल्द हालात काबू में नहीं आए तो देश की स्वास्थ्य व्यवस्था खतरे में पड़ सकती है। यदि समय रहते कोरोना के मामलों को कण्ट्रोल नहीं किया गया तो स्थिति भयावह हो सकती है। इंडोनेशिया के स्वास्थ्य मंत्री बूदी सादिकिन के मुताबिक, देशभर में अभी भी कई अस्पतालों में बेड खाली हैं, लेकिन डेल्टा वेरिएंट के प्रकोप की वजह से कई शहरों में कोरोना संक्रमण के मामले बहुत ज्यादा हैं।