इराक ने ईरान को दे दिया ये बड़ा धोखा! अमेरिका का दिया साथ

अमेरिकी हमले में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद पूरे मध्य पूर्व में युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। ईरान ने बदले की कार्रवाई की है और अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर हमला किया है। ईरान ने अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर दर्जनों मिसाइलों से हमला किया है।

Update: 2020-01-08 16:18 GMT

नई दिल्ली: अमेरिकी हमले में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद पूरे मध्य पूर्व में युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। ईरान ने बदले की कार्रवाई की है और अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर हमला किया है। ईरान ने अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर दर्जनों मिसाइलों से हमला किया है और दावा किया है कि उसने 80 अमेरिकी सैनिकों को मार गिराया है। तो वहीं अमेरिका ने कहा कि उसके एक भी सैनिक नहीं मरे हैं और उसे कोई नुकसना नहीं हुआ है।

ऐसे में यह सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या ईरान ने गलत टारगेट चुने या अमेरिकी सैनिकों को पहले से ही हमले की भनक मिल गई थी? क्योंकि हमले के कुछ घंटे बाद अब इराकी प्रधानमंत्री ने बताया है कि ईरान ने बीती रात हुए हमले के बारे में उन्हें जानकारी पहले ही दे दी थी।

इराकी पीएम के प्रवक्ता ने बताया कि पीएम अब्देल को तेहरान से एक फोन आया था, जिसमें उन्हें बताया गया कि अपने टॉप जनरल की हत्या का बदला लेने के लिए जवाबी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन यह साफ नहीं हुआ है कि क्या इराकी पीएम ने अमेरिका को यह जानकारी लीक कर दी।

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इराकी प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें यह जरूर बताया गया था कि अमेरिकी फोर्सेज की लोकेशन को ही टारगेट किया जाएगा, लेकिन किस जगह पर हमला होगा, यह स्पष्ट तौर पर नहीं बताया गया था। खबर यह भी है कि रात में अपने बेसों पर हमले होने के बाद अमेरिका से इराकी पीएम को फोन आया था और हालात की जानकारी ली गई थी।

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अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक उनके आधुनिक डिटेक्शन सिस्टम की बदौलत सैनिकों को पहले ही मिसाइल हमले की चेतावनी मिल गई थी, जिससे वे अपने बंकर में जाकर छिप गए। एक अधिकारी के मुताबिक अर्ली वॉर्निंग सिस्टम के जरिए इराक में मौजूद अमेरिकी सैनिकों को खतरे को लेकर अलर्ट कर दिया गया था। दरअसल, अमेरिका के मेरीलैंड स्थित फोर्ट मेड बेस पर मिसाइलों की लॉन्चिंग को लेकर रियल टाइम में सूचनाएं इकट्ठा की जाती हैं।

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एक मीडिया रिपोर्ट में रक्षा सूत्रों ने हवाले से कहा गया है कि जब मिसाइलें 600 मील दूर थीं, तभी सैनिकों को वॉर्निंग मिल गई थी और वे अपने-अपने बंकरों में जा छिपे। ईरान ने स्थानीय समयानुसार बुधवार तड़के ऐन अल-असद और एरबिल बेस पर दर्जनभर मिसाइलें दागीं। राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने न सिर्फ अमेरिकी सैनिकों के हताहत होने की खबर का खंडन किया है बल्कि सैन्य अधिकारी ने बताया है कि पेंटागन के अर्ली वॉर्निंग सिस्टम ने सैनिकों को संभावित खतरे को लेकर अलर्ट कर दिया था।

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