कोरोना की दवा बनाने के करीब अमेरिका, सबसे पहले वैक्सीन खरीदेगा ये देश
कई देश कोविड 19 वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं तो वहीं कई ऐसे भी देश हैं, जो दूसरे देशों से वैक्सीन लेने की तैयारी कर रहे हैं।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने निपटने के लिए एक तरफ तो दुनिया के कई देश कोविड 19 वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं तो वहीं कई ऐसे भी देश हैं, जो दूसरे देशों से वैक्सीन लेने की तैयारी कर रहे हैं। दरअसल, अमेरिका में कोविड 19 वैक्सीन अपने आखिरी चरण में हैं, जिसे लेने की इजराइल तैयारियों में जुट गया है। इसके लिए इजराइली सरकार की कंपनी के साथ अमेरिका की बातचीत भी चल रही है।
US की मॉडर्ना कंपनी कोरोना वैक्सीन के अंतिम चरण में,
अमेरिका की दवा कंपनी मॉडर्ना कोरोना वैक्सीन तैयार कर रही है, जिसे इजरायल अपने नागरिको को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए खरीदना चाहता है। इसके लिए इजरायल सरकार की कम्पनी की अमेरिकी कम्पनी के साथ बातचीत भी चल रही है। इस बात की पुषिट इजरायली मीडिया की तरफ से की जा रही है।
कंपनी से वैक्सीन खरीदने की तैयारी में इजरायल
हालंकि इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय से मामले की जानकारी मांगी गयी तो उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। वहीं अमेरिकी दवा कम्पनी मॉडर्ना ने ही इस बात की पुष्टि की है। कोरोना वैक्सीन को लेकर उन्होंने जानकारी दी कि जुलाई में उनकी नई वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो जाएगा। कम्पनी 30 हजार लोगों पर वैक्सीन का ट्रायल करेगी।
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वैक्सीन संक्रमण को व्यक्ति के शरीर में फैलने से रोकेगी
बता दें कि बायोटेक्नोलॉजी कंपनी मॉडर्ना थेराप्यूटिक्स यूएस के मैसाच्युसेट्स में स्थित है। कम्पनी इंसानों की इम्यूनिटी यानी प्रतिरोधक क्षमता को कोरोना से लड़ने के लिए प्रशिक्षित करने से सम्बंधित वैक्सीन बना रही। इस वैक्सीन कोरोना वायरस को व्यक्ति के शरीर में फैलने से रोकने का काम करेगी।
शरीर में कमजोर और लगभग निष्क्रिय वायरस डालेगी मॉडर्ना कम्पनी
वैक्सीन के ट्रायल को लेकर मॉडर्ना संक्रमित लोगों का इस्तेमाल करेगी, इसके लिए उनके शरीर में कमजोर और लगभग निष्क्रिय वायरस डाले जाएंगे। जिससे संक्रमित व्यक्ति वैक्सीन से इम्यूनिटी विकसित कर सके।
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वैज्ञानिकों की करीब 90 टीमों में से 6 ह्यूमन ट्रायल तक पहुंची
गौरतलब है कि दुनियाभर के वैज्ञानिकों की करीब 90 टीम कोविड 19 की वैक्सीन विकसित कर रही है। अभी तक इनमे से सिर्फ 6 टीम ही अपने लक्ष्य के करीब पहुंची है। यानी एनिमल से ह्यूमन ट्रायल तक या वैक्सीन के आखिरी स्तर तक पहुँच चुकी है। इन्ही छह टीमों में से एक अमेरिका की मॉडर्ना कम्पनी है, जो ह्यूमन ट्रायल तक पहुंच गयी है।
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