सुलेमानी की मौत में इस खतरनाक देश का हाथ, की थी अमेरिका की मदद
अमेरिका और ईरान के बीच तनाव जारी है। ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी को अमेरिका द्वारा मारा जाने के बाद तनाव और बढ़ गया है। इस बीच ईरानी जनरल को मारे जाने को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। सुलेमानी को मारने में इजरायल ने अमेरिका की मदद की थी।
नई दिल्ली: अमेरिका और ईरान के बीच तनाव जारी है। ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी को अमेरिका द्वारा मारा जाने के बाद तनाव और बढ़ गया है। इस बीच ईरानी जनरल को मारे जाने को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। सुलेमानी को मारने में इजरायल ने अमेरिका की मदद की थी।
बता दें दुनिया भर में अपने खुफिया मिशन और सुरक्षा तंत्र की मजबूती के लिए इजरायल मशहूर है। विदेशी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दमिश्क में मौजूद जासूसों ने सीआईए को यह जानकारी दी थी कि सुलेमानी किस फ्लाइट से बगदाद एयरपोर्ट पहुंच रहे हैं। जासूसों से मिली इस जानकारी का इजरायली खुफिया एजेंसी ने अपने स्तर पर वेरिफिकेशन किया था और अमेरिका को इस बात की जानकारी दी थी।
यह भी जानकर आपको हैरानी होगी कि अमेरिका की इस पूरी कार्रवाई के बारे में यदि किसी विदेशी नेता को पहले से ही जानकारी थी तो इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को। एक रिपोर्ट के अनुसार, नेतन्याहू की अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो से इस संबंध में बातचीत हुई थी।
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मीडिया रिपोर्ट में एक अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि बगदाद एयरपोर्ट के दो सुरक्षा अधिकारियों और चाम एयरलाइंस के दो कर्मचारियों ने भी कासिम सुलेमानी के बारे में अमेरिका को जानकारी दी थी। चाम एयरलाइंस की फ्लाइट से ही कासिम सुलेमानी बगदाद गए थे।
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एक दूसरी रिपोर्ट में कहा गया है कि कि खुफिया जानकारी देने वाले एयरलाइंस के कर्मचारी में से एक दमिश्क एयरपोर्ट पर काम करता था, जबकि एक उसी फ्लाइट में मौजूद था। इसके अलावा इराकी जांचकर्ताओं के मुताबिक 4 अन्य मुखबिर भी थे, जिन्होंने अमेरिकी सेना को कासिम सुलेमानी की मूवमेंट की जानकारी दी थी।
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गौरतलब है कि बगदाद एयरपोर्ट के बाहर 3 जनवरी को अमेरिका ने मिसाइल से हमला कर ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी को मार दिया था। इस घटना के बाद से ही दोनों देशों के बीच गहरा तनाव है। ईरान ने अमेरिकी हमले के जवाब में इराक में स्थित उसके एयरबेस पर हमला कर दिया था, जिसके बाद दोनों के बीच युद्ध जैसी स्थिति पैदा हो गई थी।