Japan Smile lessons: हंसना, मुस्कुराना भूल गए लोग, अब दी जा रही ट्रेनिंग
Japan Smile lessons:हाल ही में जापान में मास्क नियमों को हटाने के बाद से, बहुत से लोगों को चेहरे को ढके बिना रहने में परेशानी एयर उलझन हो रही है। कुछ लोग मुस्कुराना भूल गए हैं और उनको लगता है कि उन्हें चेहरे के हाव-भाव का पूर्वाभ्यास करने की जरूरत है।
Japan Smile lessons: कोरोना महामारी का एक इम्पैक्ट यह हुआ है कि लोग मुस्कुराना भूल गए हैं। अब मुस्कुराना सीखने के लिए बाकायदा कोर्स कराए जा रहे हैं।
हुआ ये कि कोरोना महामारी के चलते पूरी दुनिया में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया था। बहुत से जगहों पर लोगों ने मास्क को गंभीरता से नहीं लिया लेकिन जापान में मास्किंग को पूर्णरूप से न सिर्फ स्वीकार किया गया बल्कि लोगों ने उसे अपने जीवन का हिस्सा बना लिया। तीन साल तक मास्क पहनने से लोग भूल ही गए कि मुस्कुराया कैसे जाता है।
अब मिली छूट
असाही शिंबुन अखबार के अनुसार, हाल ही में मास्क नियमों को हटाने के बाद से, बहुत से लोगों को चेहरे को ढके बिना रहने में परेशानी एयर उलझन हो रही है। कुछ लोग मुस्कुराना भूल गए हैं और उनको लगता है कि उन्हें चेहरे के हाव-भाव का पूर्वाभ्यास करने की जरूरत है।
अकबाने बुजुर्ग राहत केंद्र मुस्कुराने और चेहरे के हाव भाव के ट्रेनिंग सेशन आयोजित करता है। पिछले साल के अंत से बहुत से लोग निजी सेशन का अनुरोध करने लगे हैं। फरवरी 2023 में मीडिया द्वारा पहली बार खबर आई कि जापान में सरकार मास्क पहनने की सिफारिश खत्म करने जा रही है। इस खबर के बाद से अकबाने बुजुर्ग राहत केंद्र में आवेदकों की संख्या में 4.5 गुना की वृद्धि हो गई। ईस महीने जापान सरकार ने कहा है कि चेहरे को ढंकना एक व्यक्तिगत पसंद होना चाहिए। यानी जिसका मन चाहे वो चेहरे को ढंके, जिसका मन न चाहे वह न ढंके।
स्माइल एजुकेशन कंपनी "एगाओइकू" के एक कोच केइको कवानो ने असाही शिंबुन को बताया कि मास्क पहनना जब जिंदगी का हिस्सा बन गया तो लोगों के पास मुस्कुराने के मौके बहुत ही कम हो गए। नतीजन अधिक से अधिक लोगों के मन में इसके प्रति एक कॉम्प्लेक्स डेवलप हो गया। उन्होंने कहा कि चेहरे की मांसपेशियों को हिलाना और रिलैक्स करना एक अच्छी मुस्कान बनाने की कुंजी है।
कैसे दी जाती है ट्रेनिंग
प्रतिभागियों को चेहरे की मांसपेशियों को हिलाना और रिलैक्स्ड रहने के तरीके बताए जाते हैं। उन्हें हाथ में एक शीशा पकड़ कर अपना चेहरा देखने और रिहर्सल करने को कहा जाता है। लोगों को प्रोत्साहित किया जाता है कि वह अपने चेहरे की अभिव्यक्ति को तब तक समायोजित करते रहें जब तक वे अपनी प्राकृतिक मुस्कान के परिणाम से खुश और संतुष्ट नहीं हो जाते।
प्रतिभागियों को यह भी बताया जाता है कि उनके अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अधिक से अधिक मुस्कुराना जरूरी है।ये बताया जाता है कि मुस्कुराहट न केवल दूसरों पर एक अच्छा प्रभाव डालती है और कम्यूनिकेट करने की सुविधा देती है बल्कि खुद को और अधिक सकारात्मक महसूस कराने का प्रभाव भी डालती है।
मुस्कुराने के फायदे
- मुस्कुराने के कुछ लाभों में लंबा जीवन जीना और ब्लड प्रेशर कम करना शामिल है। 2010 में किए गए एक अध्ययन में पाया गया था कि असली और गहरी मुस्कान लंबे जीवन प्रत्याशा से जुड़ी है।
- ज्यादा बार मुस्कुराना आपके मूड को बेहतर बनाने में मदद करता है और हंसी ब्लडप्रेशर को कम कर सकती है।
- मुस्कुराने हंसने से एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज़ होते हैं जो तनाव हार्मोन के नकारात्मक प्रभावों का मुकाबला करते हैं और आपका शरीर रिलैक्स हो जाता है। ये ब्लड प्रेशर को कम करता है। 'फील गुड' हार्मोन के कॉम्बिनेशन से मूड में सुधार होता है, चिंता कम होती है और दिल से तनाव दूर होता है।
तो आप भी अगर मुस्कुराना और हंसना भूल गए हैं तो तत्काल अपने को बदलिए।