भद्दे मजाक पर जापानी पीएम ने अपने बेटे को बर्खास्त किया
Japan PM Fumio Kishida: शोतारो किशिदा की बर्खास्तगी की वजह एक पार्टी है। पीएम के आधिकारिक आवास पर पार्टी में शोतारो और उनके कुछ रिश्तेदारों ने पार्टी की थी। इसकी फोटो शुकान बुनशुन नामक एक मैगजीन में छपीं जिसमें दिखाया गया कि शोतारो और दस अन्य लोग एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की एक्टिंग कर रहे हैं।
Japan PM Fumio Kishida: जापान के राजनेता उच्च आदर्शों और स्वच्छ आचरण के लिए मशहूर हैं। ऐसा ही उदाहरण पेश करते हुए जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने अपने बड़े बेटे शोतारो किशिदा को अपने सेक्रेटरी पद से बर्खास्त कर दिया है। शोतारो, पीएम के एक्जिक्यूटिव पॉलिसी सेक्रेटरी भी थे।
क्यों लिया एक्शन
शोतारो किशिदा की बर्खास्तगी की वजह एक पार्टी है। पीएम के आधिकारिक आवास पर पार्टी में शोतारो और उनके कुछ रिश्तेदारों ने पार्टी की थी। इसकी फोटो शुकान बुनशुन नामक एक मैगजीन में छपीं जिसमें दिखाया गया कि शोतारो और दस अन्य लोग एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की एक्टिंग कर रहे हैं।
क्या था फोटो में
पत्रिका में छपी फोटो में दिखा कि शोतारो और उनके रिश्तेदार पीएम आवास की लाल कालीन से ढकी सीढ़ियों पर बैठे हैं। ये सीढ़ियां सांकेतिक तौर पर काफी अहम मानी जाती हैं। बताया जाता है कि शोतारो की फोटो नई कैबिनेट नियुक्तियों की ग्रुप फोटो की नकल हैं। इनमें शोतारो बीच में उस जगह पर बैठे दिखते हैं, जो पीएम के लिए रिज़र्व होती है। इन फोटो को लोगों ने एक भद्दा मजाक माना है। लोगों के गुस्से को देखते हुए प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने शोतारो को बर्खास्त कर दिया। पीएम ने इस मामले पर कहा - प्रधानमंत्री के राजनैतिक मामलों के सचिव और सार्वजनिक पद के तौर पर उसका (शोतारो का) व्यवहार अनुचित था और मैंने उसे हटाने का फैसला किया, ताकि वह जिम्मेदारी ले। किशिदा ने बताया कि वह ताकायोशि यामामोतो को सचिव बनाएंगे, जो लंबे समय से उनके निजी सहयोगी रहे हैं।
आलोचना से घिरे पीएम
हिरोशिमा में हुई जी7 बैठक के बाद किशिदा की लोकप्रियता बढ़ी थी. मगर विपक्ष उनकी आलोचना करता है। देश के सबसे बड़े विपक्षी दल कॉन्स्टिट्यूशनल डेमोक्रैटिक पार्टी ऑफ जापान के नेता सेजी ओसाका ने कहा है कि शोतारो को बहुत पहले ही बर्खास्त किया जाना चाहिए था। यह बहुत देर से हुआ है।
पीएम हाउस की कहानी
प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास की कहानी काफी दिलचस्प है। 1923 के भूकंप से इस क्षेत्र में बहुत तबाही हुई थी। उसी भूकंप के बाद पत्थर और ईंट की इस इमारत का निर्माण हुआ। करीब 5,000 वर्ग मीटर में फैला यह आवास 1929 में बनकर तैयार हुआ था। 1932 में यहां तख्तापलट की एक कोशिश हुई। इस दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इनुकाई श्योशी मारे गए। 1936 में इंपीरियल आर्मी के एक धड़े ने तख्तापलट की एक कोशिश के दौरान वित्तमंत्री समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों की हत्या कर दी।।तब से ही इस इमारत को लेकर कई अफवाहें हैं। पूर्व पीएम कोईजूमी ने 2001 में यहां आकर रहने से पहले एक पुजारी को आवास पर बुलाकर झाड़-फूंक करवाई थी। किशिदा दिसंबर 2021 में प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास में रहने आए। किशिदा से पहले प्रधानमंत्री रहे योशिहिदे सुगा संसद सदस्यों के लिए बने आवासीय कॉम्प्लैक्स में और शिंजो आबे टोक्यो के अपने निजी आवास में रहते थे।