Gas Pipeline Leak in Russia: गैस पाइपलाइनों में रिसाव, यूरोप पर गहराया संकट
Gas Pipeline Leak in Russia: नॉर्ड स्ट्रीम 1 यूरोप को बड़ी मात्रा में गैस की सप्लाई कर रहा था लेकिन अगस्त से यह बंद कर दिया गया।
Gas Pipeline Leak in Russia: रूस से यूरोप को गैस पहुंचाने वाली पाइपलाइन में रिसाव होने के बाद यूरोप में आशंकायें बढ़ती जा रही हैं। रिसाव के कारण का पता नहीं चला है और दुर्घटना से लेकर तोड़फोड़ तक की आशंका में कयास लगाये जा रहे हैं। आतंकवादी और सैन्य कार्रवाई का एंगल भी चर्चा में है।
रूसी प्राकृतिक गैस की सप्लाई के लिये बनी नॉर्ड स्ट्रीम 1 और नॉर्ड स्ट्रीम 2, दोनों से बाल्टिक सागर में स्वीडन और डेनमार्क के पास रिसाव हो रहा है। ये दोनों पाइपलाइनें रूस ने यूरोप को गैस की सप्लाई के लिये बनाई थीं। नॉर्ड स्ट्रीम 1 यूरोप को बड़ी मात्रा में गैस की सप्लाई कर रहा था लेकिन अगस्त से यह बंद कर दिया गया। नॉर्ड स्ट्रीम 2 बन कर तैयार था लेकिन सप्लाई चालू होने से ठीक पहले रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया जिसके बाद इसके चालू होने की उम्मीदों पर पूर्ण विराम लग गया।
स्वीडिश राष्ट्रीय भूकंपीय नेटवर्क का कहना है कि उसने बाल्टिक सागर के नीचे प्राकृतिक गैस पाइपलाइनों पर असामान्य रिसाव के करीब दो विस्फोटों का पता लगाया है। उप्साला विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया कि सोमवार तड़के डेनिश द्वीप बोर्नहोम के दक्षिण-पूर्व में एक विस्फोट दर्ज किया गया, और उस रात द्वीप के उत्तर-पूर्व में एक बड़ा विस्फोट हुआ। बाद वाला विस्फोट 2.3 तीव्रता के भूकंप के बराबर था। स्वीडिश सशस्त्र बलों के संयुक्त अभियान के प्रमुख माइकल क्लेसन ने स्वीडिश दैनिक आफटनब्लैडेट को बताया कि "यह स्पष्ट है कि यह एक सैन्य कार्रवाई है।"
स्वीडिश समुद्री प्रशासन ने संबंधित क्षेत्रों से 1,000 मीटर की सुरक्षा ऊंचाई की शुरुआत करते हुए विमान सञ्चालन के लिए एक चेतावनी भेजी है। जर्मनी ने भी समान रूप से एहतियाती कदम उठाए हैं।सुरक्षा कारणों से रिसाव वाले क्षेत्र के चारों ओर एक नो-फ्लाई ज़ोन स्थापित किया गया है - यह क्षेत्र शिपिंग के लिए बंद है।
नॉर्ड स्टीम 1 में प्रति दिन 170 मिलियन क्यूबिक मीटर गैस (या प्रति वर्ष 55 बिलियन क्यूबिक मीटर) तक ले जाने की क्षमता है। यूक्रेन युद्ध के बाद यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों से प्रभावित होने के बाद रूस पर आपूर्ति में हेरफेर करने का आरोप लगाया गया है। पाइपलाइन पूरी तरह से बंद होने से पहले गर्मियों में प्रवाह कुल क्षमता का 20 फीसदी तक पहुंच गया। नॉर्ड स्टीम 2 को इस क्षमता को सालाना 110 बिलियन क्यूबिक मीटर तक दोगुना करना था, लेकिन पोलैंड, बाल्टिक राज्यों और यूक्रेन से कड़ी आलोचना करने वाली परियोजना को कभी भी पूर्ण कैपेसिटी नहीं मिली।
दोनों पाइपलाइनों से इस वक्त भले ही गैस ना आ रही हो लेकिन अगर तोड़फोड़ की कोई घटना हुई तो नॉर्ड स्ट्रीम 1 पाइपलाइन से यूरोप को सर्दियों के पहले गैस के आपूर्ति की संभावना पूरी तरह से खत्म हो जायेगी। नेटवर्क ऑपरेटर नॉर्ड स्ट्रीम एजी का कहना है कि एक ही दिन नॉर्ड स्ट्रीम सिस्टम के तट से दूर गैस पाइपलाइन में तीन जगहों पर हुए नुकसान की घटना अभूतपूर्व है। फिलहाल गैस परिवहन व्यवस्था को चालू करने में लगने वाले समय का सही आकलन संभव नहीं है। रूसी सरकार के नियंत्रण वाली गैस सप्लाई कंपनी गाजप्रोम ने इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है।