ASEAN: आसियान भारत नेटवर्क यूनिवर्सिटी का हुआ शुभारंभ, केंद्रीय मंत्री राजकुमार सिंह ने कही ये बात
ASEAN: आसियान विश्वविद्यालय नेटवर्क एक एशियाई विश्वविद्यालय संघ है। इसकी स्थापना नवंबर 1995 में 13 विश्वविद्यालयों सहित आसियान सदस्य देशों द्वारा की गई थी।;
Rajkumar Singh in indonesia (photo: social media )
ASEAN: सोमवार को आसियान भारत नेटवर्क यूनिवर्सिटी का शुभारंभ हुआ। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री बिजली मंत्री आरके सिंह, आसियान के सेक्रेटरी जनरल, नालंदा विश्वविद्यालय के वीसी और आसियान के सदस्य देशों के पीआर मौजूद रहे। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कहा कि आसियान भारत नेटवर्क यूनिवर्सिटी भारत और आसियान के सदस्य देशों के बीच मजबूत संबंध के साथ ज्ञान के केंद्र को भी विकसित करने में मदद करेगा।
बता दें कि आसियान विश्वविद्यालय नेटवर्क एक एशियाई विश्वविद्यालय संघ है। इसकी स्थापना नवंबर 1995 में 13 विश्वविद्यालयों सहित आसियान सदस्य देशों द्वारा की गई थी। बाद के वर्षों में इससे कई और देश जुड़े हैं। वर्तमान में इससे 10 आसियान देशों के 30 विश्वविद्यालय जुड़े हुए हैं।
आसियान है क्या
आसियान एक संगठन है जो कि दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों से मिलकर बना है। जिसकी स्थापना 8 अगस्त 1967 को गई थी। इस संगठन का उद्देश्य एशिया – प्रशांत क्षेत्र के देशों के बीच समृद्धि, आर्थिक विकास, शांति और स्थिरता कायम करना है।
आसियान के सदस्य देश
आसियान प्रारंभ में 5 देशों के साथ मिलकर बना था। जिसमें इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, सिंगापुर और फिलीपींस। इसके बाद ब्रुनेई, वियतनाम, लाओस, कंबोडिया और म्यांमार शामिल हुए। आसियान का मुख्यालय इंडोनेशिया के जकार्ता में है।
आसियान 600 मिलियन से अधिक आबादी के साथ दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा बाजार है, जो उत्तरी अमेरिकी बाजारों और यूरोपीय संघ से भी बड़ा है। यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। आसियान 8 अगस्त को अपना स्थापना दिवस मनाता है।
भारत औऱ आसियान देशों के साथ संबंध साल 1992 में शुरू हुआ था। साल 1991 में उदारीकरण की नीति अपनाने के बाद भारत ने दक्षिण – पूर्व में चीन के बढ़ते प्रभाव को काउंटर करने के लिए लुक ईस्ट पॉलिसी को अपनाया था। उसी के तहत आसियान देशों के साथ संबंधों को बढ़ावा दिया गया है। आज आसियान भारत का 5वां बड़ा व्यापारिक साझेदार है।