Pakistan: सिंध प्रांत में 50 हिंदुओं का धर्म परिवर्तन, कबूला इस्लाम...खैबर पख्तूनख्वा में 7 शिक्षकों की हत्या
Pakistan News: पाकिस्तान में 'सरकारी संरक्षण' में हिंदुओं के धर्म परिवर्तन का खेल जारी है। अब सिंध प्रांत के मीरपुर खास में 50 हिंदुओं का धर्म परिवर्तन करवा इस्लाम कबूल करवाया गया।
Pakistan News: पड़ोसी देश पाकिस्तान में 'कट्टरता' किस कदर हावी है इसका एक नजारा हाल ही में देखने को मिला। पाकिस्तान में हिंदुओं का धर्म परिवर्तन तेजी से किया जा रहा है। सिंध प्रान्त के मीरपुर खास में रहने वाले 10 परिवारों के 50 हिंदुओं का इस्लाम में धर्म परिवर्तन (Religion change) किया गया है। दावा किया जा रहा है कि इसके लिए गरीब हिंदुओं को पैसों समेत कई अन्य सुविधाओं का लालच दिया गया। वहीं, खैबर पख्तूनख्वा के एक स्कूल में गोलीबारी में 7 शिक्षकों की मौत हो गई। बताया जाता है कुछ हथियारबंद स्कूल के स्टाफ रूम में घुस गए थे उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग की।
हद तो तब हो गई जब धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा था उस दौरान पाकिस्तान सरकार (Government of Pakistan) के एक बड़े मंत्री का बेटा भी वहां मौजूद था। बता दें, पाकिस्तान का सिंध प्रांत पहले से ही धर्म परिवर्तन को लेकर बदनाम रहा है। बावजूद, पाकिस्तान सरकार अवैध धर्म परिवर्तन रोकने तथा अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए कुछ नहीं कर रही। यही वजह है कि आजादी के बाद से पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों (Religious Minorities) की संख्या दिन-प्रतिदिन कम होती जा रही है।
10 परिवारों ने अपनाया इस्लाम
पाकिस्तानी समाचार संस्था 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की खबर के अनुसार, सिंध प्रांत के मीरपुर खास डिवीजन (Mirpurkhas Division) के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले 10 परिवारों के कम से कम 50 सदस्यों ने इस्लाम कबूल किया। इस धर्म परिवर्तन को एक स्थानीय मदरसा 'बैतुल इमान न्यू मुस्लिम कॉलोनी' में आयोजित किया गया था। जब ये सब हो रहा था उस वक़्त पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्री सीनेटर मुहम्मद तल्हा महमूद के बेटे मोहम्मद शमरोज खान भी मौजूद थे। कार्यक्रम के आयोजक तथा सिंध में धर्म परिवर्तन का रैकेट चलाने वाले कारी तैमूर राजपूत (Kari Taimur Rajput) ने पुष्टि की है कि 10 परिवारों ने इस्लाम धर्म अपनाया है।
'स्वेच्छा से बने मुसलमान'
कारी तैमूर राजपूत का दावा है कि, सभी लोगों ने स्वेच्छा से इस्लाम स्वीकारा है। उन पर धर्म परिवर्तन का कोई दबाव नहीं था। किसी ने मजबूर नहीं किया। कारी तैमूर ने ये भी कहा, मंत्री के बेटे ने कथित तौर पर नए धर्मान्तरित लोगों से भी पूछताछ की। उन्होंने पूछा, स्वेच्छा से धर्मांतरण समारोह में शामिल होने का फैसला लिया या किसी ने दबाव डाला था। राजपूत ने बताया कि 50 लोगों ने धर्म परिवर्तन किया है, जिसमें 23 महिलाएं और एक साल भर की बच्ची भी शामिल है।
PPP ने की निंदा, किसी संगठन ने नहीं ली जिम्मेदारी
गोलीबारी के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के सह अध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी (Asif Ali Zardari) ने इस हमले की निंदा की। उन्होंने काम कर रहे शिक्षकों की हत्या को आतंकवादी घटना बताया। पीपीपी ने बयान जारी कर दोषियों को कटघरे में खड़ा करने की मांग की।