Monkeypox Cases: मंकीपॉक्स के केस बढ़े, अब तक दुनिया में 1100 मामले सामने आए
Monkeypox : दुनियाभर में मंकीपॉक्स के 1100 मामले सामने आए हैं। मंकीपॉक्स के संक्रमण को लेकर WHO ने पहले ही अलर्ट जारी किया हुआ है। वहीं, भारत सरकार भी गाइडलाइन जारी कर चुकी है।
Monkeypox Cases : कोरोना वायरस (Corona Virus) का खतरा अभी दुनिया से टला भी नहीं था कि कई देशों से मंकीपॉक्स (Monkeypox) ने दस्तक दे दी। मंकीपॉक्स के मामले दिनोंदिन बढ़ते ही जा रहे हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक दुनियाभर में मंकीपॉक्स के 1100 मामले सामने आए हैं। मंकीपॉक्स के संक्रमण को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पहले ही अलर्ट जारी किया हुआ है। वहीं, भारत सरकार भी गाइडलाइन जारी कर चुकी है।
भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ((Union Health Ministry) ने मंकीपॉक्स (Monkeypox) प्रबंधन को लेकर हाल ही में राज्यों को दिशा-निर्देश जारी किए। हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये भी कहा है कि वर्तमान समय में देश में मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है। दिशानिर्देशों (Monkeypox Guidelines) के मुताबिक, एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम नेटवर्क के माध्यम से नमूने एनआईवी पुणे (NIV Pune) भेजे जाएंगे।
यूरोपीय देश मंकीपॉक्स से ज्यादा प्रभावित
बीते कुछ दिनों से समूचे यूरोप में मंकीपॉक्स (monkeypox virus) के कई मामले सामने आये हैं। यह बीमारी ज्यादातर यूरोप के युवा पुरुषों में देखने को मिली। यूरोप में ब्रिटेन, इटली, पुर्तगाल, स्पेन और स्वीडन में संक्रमण के मामले सामने आए हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने एक शख्स में मंकीपॉक्स के एक मामले की सूचना दी थी। यह व्यक्ति कनाडा की यात्रा कर लौटा था।
WHO : वैक्सीनेशन प्रोग्राम की जरूरत नहीं
हालांकि, अपनी चेतावनी में WHO ने कहा है कि, मंकीपॉक्स संक्रमण रोकने के लिए कोरोना की तरह किसी वैक्सीनेशन प्रोग्राम (vaccination program) की जरूरत नहीं पड़ेगी। बावजूद, इस वायरस को रोकने के लिए यौन संबंध बनाते वक्त साफ-सफाई का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
मंकीपॉक्स वायरस तेजी से क्यों फैल रहा?
वायरस सबसे छोटे कण होते हैं जिन्हें जीवित के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है। कई बार भौतिक अवरोध उन्हें रोक नहीं पाते हैं और एक जीव से दूसरे जीव में विषाणुओं को संचारित करने के लिए बहुत कम संख्या में कणों की आवश्यकता होती है। मंकीपॉक्स संक्रमित जानवरों/मनुष्यों के शरीर के स्राव के स्पर्श/संपर्क से फैल सकता है और इसलिए यह तेजी से फैल रहा है। अनुमानित संचरण दर 3.3 प्रतिशत से 30 फीसदी है, लेकिन कांगो में हाल ही में फैलने की अनुमानित संचरण दर 73 फीसद थी।
मंकीपॉक्स के लक्षण
चेचक की तुलना में मंकीपॉक्स (monkeypox virus) हल्का होता है, और लक्षण चेचक जैसे बुखार, सिरदर्द, या दाने और फ्लू जैसे लक्षणों के समान होते हैं, लेकिन यह सीमित है और लगभग तीन सप्ताह में ठीक हो जाता है। फ्लू जैसे लक्षणों के अलावा, मंकी पॉक्स (monkeypox) शरीर में लिम्फ नोड्स या ग्रंथियों के बढ़ने का कारण बनता है। अधिकांश रोगियों को केवल बुखार, शरीर में दर्द, ठंड लगना और थकान का अनुभव होता है। अधिक गंभीर बीमारी वाले लोगों के चेहरे और हाथों पर दाने और घाव हो सकते हैं जो शरीर के अन्य भागों में फैल सकते हैं। अधिकांश लोग अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता के बिना लगभग दो से चार सप्ताह के भीतर ठीक हो जाते हैं।