Ram Temple: मुस्लिम देशों के संगठन ने की अयोध्या मंदिर उद्घाटन की निंदा, पाकिस्तान को लगी खूब मर्ची, जानिए किसने क्या कहा?

Ayodhya Ram Temple: राम मंदिर निर्माण से पाकिस्तान भी नाराज़ है। पाकिस्तान ने भव्य उद्घाटन समारोहों की निंदा की और मंदिर के उद्घाटन को "बढ़ते बहुसंख्यकवाद का प्रतीक और भारत में मुस्लिम समुदाय का अपमान" बताया।

Report :  Neel Mani Lal
Update: 2024-01-24 11:30 GMT

Ayodhya Ram Mandir (सोशल मीडिया) 

Ayodhya Ram Temple: मुस्लिम देशों के संगठन आर्गेनाईजेशन ऑफ़ इस्लामिक कन्ट्रीज (ओआईसी) को अयोध्या में भगवन श्री राम मंदिर बनाये जाने से तकलीफ हो गयी है। 57 मुस्लिम देशों के इस संगठन ने मंदिर निर्माण और उद्घाटन पर गंभीर चिंता व्यक्त की है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जारी एक बयान में ओआईसी ने ढहाए गए बाबरी मस्जिद स्थल पर मंदिर के निर्माण और उद्घाटन पर "गंभीर चिंता" व्यक्त की। संगठन ने एक बयान में कहा - अपने पिछले सत्रों में विदेश मंत्रियों की परिषद द्वारा व्यक्त ओआईसी की स्थिति के अनुरूप, जनरल सचिवालय बाबरी मस्जिद द्वारा प्रतिनिधित्व किए गए पांच शताब्दियों से सटीक स्थान पर खड़े इस्लामी स्थलों को नष्ट करने के उद्देश्य से इन कार्यों की निंदा करता है।

पाकिस्तान भी नाराज़

राम मंदिर निर्माण से पाकिस्तान भी नाराज़ है। पाकिस्तान ने भव्य उद्घाटन समारोहों की निंदा की और मंदिर के उद्घाटन को "बढ़ते बहुसंख्यकवाद का प्रतीक और भारत में मुस्लिम समुदाय का अपमान" बताया। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि भारत में पिछले 31 वर्षों के घटनाक्रम, जिसके परिणामस्वरूप अभिषेक समारोह हुआ जो भारत में बढ़ते बहुसंख्यकवाद का संकेत है।

नए मंदिर को "भारत के लोकतंत्र के चेहरे पर एक धब्बा" बताते हुए, विदेश कार्यालय ने देश में अन्य मस्जिदों के भविष्य पर भी चिंता व्यक्त की थी, जिसमें वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद और मथुरा में शाही ईदगाह मस्जिद भी शामिल हैं। प्रवक्ता ने कहा - संयुक्त राष्ट्र और अन्य प्रासंगिक अंतरराष्ट्रीय संगठनों को भारत में इस्लामी विरासत स्थलों को चरमपंथी समूहों से बचाने और भारत में अल्पसंख्यकों के धार्मिक और सांस्कृतिक अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में अपनी भूमिका निभानी चाहिए।

पाकिस्तान ने भारत सरकार से मुसलमानों सहित धार्मिक अल्पसंख्यकों और उनके पवित्र स्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया।

ओआईसी के सदस्य

ओआईसी के 57 सदस्य हैं - अफगानिस्तान, अल्बानिया, अजरबैजान, बहरीन, बांग्लादेश, बेनिन, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ब्रुनेई, बुर्किना फासो, अल्जीरिया, जिबूती, चाड, इंडोनेशिया, मोरक्को, कोटे डी आइवर, फिलिस्तीन, गैबॉन, गाम्बिया, गिनी, गिनी बिसाऊ, गुयाना, इराक, ईरान, कैमरून, कतर, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, कोमोरोस, कुवैत, लीबिया, लेबनान, मालदीव, मलेशिया, माली, मिस्र, मॉरिटानिया, मोजाम्बिक, नाइजर, नाइजीरिया, उज्बेकिस्तान, पाकिस्तान, सेनेगल, सिएरा लियोन, सोमाली, सूडान, सूरीनाम, सीरिया,, सऊदी अरब, ताजिकिस्तान, टोगो, ट्यूनीशिया, तुर्किये, तुर्कमेनिस्तान, युगांडा, ओमान, जॉर्डन, यमन।

संगठन में 5 पर्यवेक्षक देश हैं - उत्तरी साइप्रस का तुर्की गणराज्य, बोस्निया और हर्जेगोविना, मध्य अफ़्रीकी गणराज्य, रूस और थाईलैंड।

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