नासा की चेतावनी: इस दिन गुजरेगा 'लंदन आई' से बड़ा ऐस्टरॉइड्स, इतना पड़ेगा असर

अगला सप्ताह विज्ञान जगत के लिए बेहद खास है। अगले हफ्ते के 24 जुलाई बहुत खास है। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने चेतावनी दी है कि 24 जुलाई को एक  बड़ा उल्का पिंड पृथ्वी के समीप आएगा।

Update:2020-07-17 18:12 IST

नई दिल्ली: अगला सप्ताह विज्ञान जगत के लिए बेहद खास है। अगले हफ्ते के 24 जुलाई बहुत खास है। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने चेतावनी दी है कि 24 जुलाई को एक बड़ा उल्का पिंड पृथ्वी के समीप आएगा। नासा की चेतावनी के मुताबिक इस ऐस्टरॉइड्स(उल्डापिंड) का आकार में बड़ा और 'संभवतः खतरनाक' होगा।

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लंदन आई से बड़ा

 

नासा के मुताबिक इस ऐस्टरॉइड्स( उल्कापिंड )का आकार में लंदन आई से भी बड़ा और खतरनाक होगा। लंदन आई की ऊंचाई 443 फीट है। पृथ्वी के पास गुजरने वाला उल्कापिंड लंदन आई से आकार में 50% बड़ा हो सकता है।'लंदन आई' लंदन के प्रसिद्ध लैंडमार्क और पर्यटक स्थल है। यह हमारे ग्रह के 50 हजार 86 लाख किलोमीटर नजदीक आ सकता है। हालांकि, इसके पृथ्वी से टकराने या गंभीर तबाही करने की आशंका नहीं है। माना जा रहा है कि यह पास से गुजर जाएगा। अगर किसी तेज रफ्तार स्पेस ऑब्जेक्ट के धरती से 46.5 लाख मील से करीब आने की संभावना होती है तो उसे स्पेस ऑर्गनाइजेशन्स खतरनाक मानते है।

धरती के पास रफ्तार

नासा ने मुताबिक जब यह ऐस्टरॉइड्स( उल्कापिंड )की धरती के पास रफ्तार करीब 48,000 किमी/घंटे की होगी। यह धरती के 0.034 AU की रेंज के अंदर तक आएगा। एक एस्ट्रोनॉमिकल यूनिट 150 मिलियन किलोमीटर के बराबर होती है यानी कि जितनी दूरी पृथ्वी और सूरज के बीच है। नासा ने कहा कि ऐसे करीब 22 उल्कापिंड (ऐस्टरॉइड्स) हैं जो आने वाले सालों में पृथ्वी के करीब आ सकते हैं और टक्कर की संभावनाएं हो सकती हैं।

खतरों पर पहले से नजर

नासा का सेनेटरी (Sentry )सिस्टम ऐसे खतरों पर पहले से ही नजर रखता है। इसमें आने वाले 100 सालों के लिए फिलहाल 22 ऐसे ऐस्टरॉइड्स हैं जिनके धरती से टकराने की थोड़ी सी भी संभावना है। इनमें सबसे बड़ा उल्कापिंड 29075 (1950 DA) है, जो 2880 तक नहीं आएगा।

 

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बता दें कि वैसे तो उल्का के रास्ता बदलने की संभावना कम ही होती है लेकिन अगर जरा सा भी रास्ता बदला या फिर धरती के गुरुत्वाकर्षण ने उल्का को आकर्षित किया तो दुनिया के लिए बहुत बड़ी समस्या पैदा हो सकती है। इसीलिए दुनिया भर के वैज्ञानिक इस उल्का पर नजर रखे हुए हैं।

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