संयुक्त राष्ट्र: अमेरिका ने उत्तर कोरिया को चेतावनी दी है कि यदि युद्ध हुआ तो उत्तर कोरिया पूरी तरह नष्ट हो जाएगा।
अमेरिका ने चीन से इस दिशा में कदम उठाने तथा उत्तर कोरिया के साथ तेल आपूर्ति बंद कर उस पर दबाव बनाने का आग्रह किया।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की स्थाई प्रतिनिधि निक्की हेली ने सुरक्षा परिषद को बुधवार को बताया कि उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग मिसाइल परीक्षणों और परमाणु उकसावे के जरिए विश्व को युद्ध के मुहाने पर ले जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, "हमने उत्तर कोरिया के साथ कभी युद्ध नहीं चाहा। यदि युद्ध होता है तो कोई गलती नहीं करते हुए इसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया जाएगा।"
हेली ने कहा कि कई देशों ने उत्तर कोरिया पर कड़े प्रतिबंध लगाने के लिए आर्थिक बलिदान दिए हैं और उन्होंने प्योंगयांग को सबक सिखाने की पूरी जिम्मेदारी चीन के कंधों पर डाल दी।
हेली ने कहा, "अब हम राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ओर देख रहे हैं कि वह क्या कदम उठाते हैं।"
हेली ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शी जिनपिंग को फोन कर उत्तर कोरिया के साथ तेल आपूर्ति बंद करने को कहा है।
उन्होंने कहा, "चीन यह खुद कर सकता है या फिर हम तेल के मुद्दे को अपने हाथों में ले सकते हैं।"
हेली ने तेल आपूर्ति बंद करने के महत्व के बारे में कहा कि जब चीन ने 2003 में उत्तर कोरिया के साथ तेल आपूर्ति बंद कर दी थी तो उत्तर कोरिया वार्ता के लिए तैयार हो गया था।
ट्रंप के प्रमुख उप प्रेस सचिव राज शाह ने संवाददाताओं को बताया, "हम अमेरिका और अन्य की भावी कार्रवाइयों को देखेंगे और हम उस पर दबाव बनाने के लिए इसका इस्तेमाल करेंगे, ताकि हम कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणुमुक्त करने का अपना उद्देश्य प्राप्त कर सकें।"
अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के आग्रह पर सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने पर उप महासचिव जेफरी फेल्टमैन ने कहा कि बुधवार को दागी गई मिसाइल ने जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में गिरने से पहले लगभग 950 किलोमीटर का सफर तय किया।
सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से इस मिसाइल परीक्षण की आलोचना की।
सुरक्षा परिषद में जापान के स्थाई प्रतिनिधि कोरो बेशो ने कहा, "जापान कभी भी परमाणु संपन्न उत्तर कोरिया को बर्दाश्त नहीं करेगा।"
चीन के उपस्थाई प्रतिनिधि वू हेताओ ने हेली द्वारा सुझाए गए नए प्रतिबंधों को नकारते हुए कहा कि चीन कूटनीतिक समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे उत्तर कोरिया के लोग प्रभावित नहीं हों।
उन्होंने चीन और रूस द्वारा संयुक्त रूप से पेश प्रस्ताव को स्वीकार करने का आग्रह किया, जिसके तहत उत्तर कोरिया को परमाणु गतिविधि रद्द करने और अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्याभ्यासों को रोकने की बात कही गई है।
रूस के स्थाई प्रतिनिधि वासिली नेबेनजिया ने कहा कि ताजा मिसाइल परीक्षण से गहरी निराशा हुई है, लेकिन उन्होंने अमेरिका और उसके साझेदारों पर उत्तर कोरिया को उकसाने का आरोप लगाया।
ट्रंप ने मिसौरी की बैठक में एक बार फिर किम पर निशाना साधते हुए उसे 'बीमार कुत्ता' और 'लिटिल रॉकेट मैन' कहा।
--आईएएनएस