Egypt Oil and Grain Crisis: मिस्र पर मंडरा रहा तेल और अनाज संकट, भारत से जताई मदद की उम्मीद
Russia Ukraine War के चलते अनाज संकट गहराने से दुनिया के कई देशों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अनाज आपूर्ति को लेकर भी अन्य कोई सटीक समाधान नहीं दिखाई दे रहा है।
Egypt Oil and Grain Crisis : रूस-यूक्रेन संघर्ष (Russia-Ukraine conflict) के चलते वैश्विक महंगाई (Global Inflation) तेजी से बढ़ रही है। अब तक दुनिया के अधिकतम देश इसकी चपेट में आ गए हैं। मिस्र भी इन देशों की सूची में शामिल है। मिस्त्र ने (Inflation In Egypt) अब अपने देश में बढ़ रहे संकट को लेकर भारत से मदद की उम्मीद जताई है। मिस्र में तेल और अनाज का संकट ((Oil And Grain Crisis In Egypt) तेजी से गहरा रहा है। इस बाबत मिस्र सरकार ने तेल और गेंहू में कीमतों में दोगुना इजाफा होने के आसार व्यक्त किए हैं।
7.2 अरब डॉलर का अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा
मिस्र सरकार के वित्त मंत्री मोहम्मत मैत (Finance Minister Mohammad Mait) ने अपने हालिया बयान में बताया कि, 'देश में कच्चे तेल की कीमतों में 60 डॉलर का इजाफा हुआ है। जिसके चलते देश में कच्चे तेल की कीमत 122 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई। साथ ही, इस बढ़ी कीमतों के चलते देश और अतिरिक्त रूप से 7.2 अरब डॉलर का बोझ बढ़ेगा।
गेहूं आयात समझौते पर चर्चा
मिस्र में गेहूं संकट (Wheat crisis in Egypt) तेजी से गहराता जा रहा है। रूस-यूक्रेन के संघर्ष (Russia-Ukraine War) के चलते मिस्त्र, भारत से गेहूं आयात को लेकर मदद की उम्मीद लगाए बैठा है। बताया जा रहा है, कि मिस्र द्वारा भारत से 5 लाख टन गेहूं के आयात पर चर्चा हुई है। इसके मद्देनज़र यदि दोनों देशों के बीच 'डील' सटीक बैठती है, तो भारत-मिस्त्र के बीच स्वैप डील (swap deal) यानी सामानों की अदला-बदली के तहत समझौता हो सकता है। प्राप्त जानकारी की मानें तो भारत उर्वरक के बदले मिस्र को गेंहू भेज सकता है। साथ ही, मिस्र सरकार भारत के अलावा अन्य कई देशों से गेंहू आयात को लेकर चर्चा कर रही है।
G7 Meeting में भी तेल-अनाज संकट पर बयान जारी
मिस्र के अलावा अन्य देशों में जारी तेजी से बढ़ रहे तेल और अनाज संकट को लेकर हालिया आयोजित G7 बैठक (G7 Meeting) में कनाडा (Canada), फ्रांस (France), जर्मनी (Germany), इटली (Italy), जापान (Japan), यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) और संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के राजदूतों ने एक संयुक्त बयान जारी किया है। इस बयान के माध्यम से इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि विश्व बाजारों (world markets) में गेहूं की कीमत 160 फीसदी की अधिकता के साथ अब तक के उच्चतम स्तर पर है।
रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) के चलते अनाज संकट गहराने से दुनिया के कई देशों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही, ऐसे में अनाज आपूर्ति को लेकर भी अन्य कोई सटीक समाधान नहीं दिखाई दे रहा है।