बदले पाकिस्तान के सुर: अब भारत के सामने फैलाए दोस्ती के हाथ, इस बयान से चौंकाया
पाकिस्तानी सेना प्रमुख जावेद बाजवा ने कहा कि पाकिस्तान और भारत को जम्मू-कश्मीर के विवाद का हल कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप गरिमापूर्ण और शांतिपूर्ण तरीके से निकालना चाहिए।;
इस्लामाबाद: आतंकी साजिशों और नापाक हरकतों के चलते पाकिस्तान और भारत के बीच हमेशा तनाव रहा है। इस बीच पड़ोसी मुल्क के सेना प्रमुख जावेद बाजवा के सुर बदले-बदले नजर आए। दरअसल, उन्होंने मंगलवार को एक बयान दिया कि अब समय आ गया है कि क्षेत्र के सुरक्षित भविष्य के लिए शांति स्थापित की जाए। पाकिस्तान के सेना प्रमुख के इस बयान ने सभी को चौंका दिया है।
शांतिपूर्ण तरीके से निकालें विवादों का हल
वहीं, अब जावेद बाजवा के के इस बयान को भारत से बातचीत की पेशकश के तौर पर देखा जा रहा है। बता दें कि बाजवा ने ये बयान रिसालपुर में पाकिस्तान एयर फोर्स एकेडमी में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दिया था। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हम अपने सभी विवादों का शांतिपूर्ण तरीके से हल निकालें और दोस्ती का हाथ आगे बढ़ाएं।
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पाकिस्तान को बाजवा ने बताया शांतिप्रिय देश
आपको बता दें कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जावेद बाजवा बालाकोट एयर स्ट्राइक और जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के बाद से ही भारत के खिलाफ तीखी बयानबाजी करते आए हैं। ऐसे में बाजवा के इस बयान ने सभी को चौंका दिया है। बाजवा ने पाकिस्तान को एक शांतिप्रिय देश बताते हुए कहा कि देश ने क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए कई बलिदान दिए हैं।
शांति की चाह को पाकिस्तान की कमजोरी ना समझें
बाजवा ने कहा कि कश्मीर की कीमत पर भारत के साथ संबंध सामान्य नहीं हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और भारत को जम्मू-कश्मीर के विवाद का हल कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप गरिमापूर्ण और शांतिपूर्ण तरीके से निकालना चाहिए। इसके साथ ही बाजवा ने यह भी कहा कि शांति की इस चाह को पाकिस्तान की कमजोरी ना समझा जाए।
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क्या है विश्लेषकों का कहना?
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान किसी भी खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह समर्थ और तैयार है। हालांकि अब तक भारत की तरफ से बाजवा के इस बयान को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। हालांकि विश्लेषकों का कहना है कि अभी ये मानना कि बाजवा के रूख में बदलाव आ गया है, जल्दबाजी होगी। इसके लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा।
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