बाड़ से तय होंगी करतारपुर कॉरिडोर की सीमाएं, भारत-पाक बैठक में हुई चर्चा

पाकिस्तानी रेंजर्स के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों देशों के अधिकारियों के बीच करतारपुर जीरो प्वाइंट में बैठक हुई। हालांकि, उन्होंने कहा कि इसको लेकर आधिकारिक बयान पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय या सेना की मीडिया विंग आईएसपीआर की ओर से जारी किया जाएगा। गुरुद्वारा दरबार साहिब पाकिस्तान के नारोवाल जिले में है, जबकि डेरा बाबा नानक साहिब पंजाब के गुरदासपुर जिले में स्थित है।

Update: 2019-04-17 05:02 GMT

नई दिल्ली: करतारपुर कॉरिडोर के मसले पर भारत और पाकिस्तान की तकनीकी टीमों ने मंगलवार को बैठक की। इसमें दोनों देशों के इंजीनियरों के अलावा सर्वे टीम के सदस्य और विदेश मंत्रालय के अधिकारी भी शामिल हुए। करतारपुर में हुई इस बैठक में दोनों देशों के बीच कॉरिडोर के निर्माण के तौर तरीकों के साथ सीमा पर बाड़ और सड़क की डिजाइन पर चर्चा हुई।

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पाकिस्तानी रेंजर्स के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों देशों के अधिकारियों के बीच करतारपुर जीरो प्वाइंट में बैठक हुई। हालांकि, उन्होंने कहा कि इसको लेकर आधिकारिक बयान पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय या सेना की मीडिया विंग आईएसपीआर की ओर से जारी किया जाएगा। गुरुद्वारा दरबार साहिब पाकिस्तान के नारोवाल जिले में है, जबकि डेरा बाबा नानक साहिब पंजाब के गुरदासपुर जिले में स्थित है।

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पिछले साल नवंबर में भारत और पाकिस्डतान दोनों गुरुद्वारों के बीच कॉरिडोर बनाने पर राजी हुए थे, जिसे करतारपुर कॉरिडोर नाम दिया गया है। बताते चलें कि पाकिस्तान सरकार ने इस कॉरिडोर के लिए दस सदस्यीय एक समिति का गठन किया है, जिसमें कई खालिस्तानी समर्थकों को सदस्य बनाए जाने पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई थी।

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