Modi-Sunak Talk: पीएम मोदी ने ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक से की बात, यूके में घूम रहे भारत विरोधियों पर नकेल कसने की मांग
Modi-Sunak Talk: गुरूवार को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ब्रिटिश समकक्ष ऋषि सुनक से फोन पर बात की तो लंदन में भारतीय उच्चायोग पर हुए हमले का मुद्दा प्रमुखता से उठाया।
Modi-Sunak Talk: पंजाब में खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह के खिलाफ एक्शन होने पर दुनियाभर के कट्टरपंथी सिख उद्वेलित हो गए थे। यूके, यूएस, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में सक्रिय खालिस्तानियों ने जमकर बवाल काटा था। इन देशों में भारतीय उच्चायोग को निशाना बनाने की कोशिश भी हुई थी। गुरूवार को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ब्रिटिश समकक्ष ऋषि सुनक से फोन पर बात की तो लंदन में भारतीय उच्चायोग पर हुए हमले का मुद्दा प्रमुखता से उठाया।
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पीएंम मोदी ने सुनक से कहा कि ब्रिटेन में इस समय कुछ भारत विरोधी तत्वा खासे एक्टिव हैं, जिनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे अपराधी खुलेआम कानून को अपने हाथ में ले रहे हैं, जो चिंताजनक है। प्रधानमंत्री का इशारा लंदन स्थित इंडियन एंबेसी पर बीते दिनों हुए हमले की ओर था। इस पर यूके पीएम ने कहा कि लंदन में भारतीय उच्चायोग पर हुए हमले को कभी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री को आश्वासन दिया कि ब्रिटेन में भारत के दूतावासों की सुरक्षा में कोई चूक नहीं होगी।
विजय माल्या और नीरव मोदी पर भी हुई चर्चा
ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक से बातचीत के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत के उन भगोड़े कारोबारियों के प्रत्यर्पण का मुद्दा भी उठाया जो देश की बैंकों से हजारों करोड़ का लोन लेकर फरार हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग भारत के खजाने को लूटकर ब्रिटेन में छिप गए हैं। ऐसे अपराधियों को जल्द से जल्द प्रत्यर्पित करें ताकि उन्हें भारत के कानून के हिसाब से सजा दी जा सके। पीएम मोदी का संकेत विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे भगोड़े कारोबारियों की ओर था।
जी 20 शिखर सम्मेलन के लिए किया इनवाइट
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को सितंबर में भारत में हो रहे जी 20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने का न्योता भी दिया। जिसे सुनक ने स्वीकार कर लिया। उन्होंने जी20 की भारत की अध्यक्षता के लिए भी ब्रिटेन के समर्थन को दोहराया।
बता दें कि पिछले महीने 19 मार्च को ब्रिटेन में खालिस्तानियों ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग से भारत के राष्ट्रीय ध्वज को उतारने की कोशिश की थी। इस पर भारत की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई थी। भारत ने इस पर जवाबी कार्रवाई करते हुए दिल्ली स्थित ब्रिटिश उच्चायोग के बाहर लगे सुरक्षा बैरिकेड्स हटा दिए थे। इतना ही नहीं ब्रिटेन के साथ पिछले महीने ट्रेड रिलेशन पर होने वाली एक अहम बैठक को भी भारत ने टाल दिया था। ऐसे में पीएम मोदी और ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक के बीच हुई बातचीत के बाद दोनों देशों के रिश्तों में आए तनाव में कमी देखने को मिल सकती है।