वैक्सीन पर बोले मुस्लिम उलेमा, रमजान में टीका लगवाने से नहीं टूटेगा रोजा

मुस्लिम उलेमाओं ने कहा है कि वैक्सीन का रोज़े से कोई ताल्लुक नहीं है। वैक्सीन लेने से किसी का भी रोजा नहीं टूटता है।

Update: 2021-04-13 11:21 GMT

File Photo 

लंदन: आज से रमजान (Ramadan 2021) का पाक महीना शुरू हो गया है। रमजान के पवित्र महीने में मुसलमान लोग रोजा रखते हैं। ऐसे में पिछले कुछ दिनों से दुनिया भर के मुसलमान इस बात को लेकर दुविधा में हैं कि उन्हें इस दौरान कोराना वायरस की वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) लगानी चाहिए या नहीं। वहीं अब ब्रिटेन के मुस्लिम समुदाय से संबंधित बुद्धिजीवियों और उलेमाओं ने कहा है कि कोविड-19 वैक्सीन का इस्तेमाल करने और रमजान में उपवास के बीच कोई टकराव नहीं है।

मालूम हो कि दुनिया भर के मुस्लिमों के लिए रजमान का महीना एक पवित्र महीना है और इस दौरान सुबह से लेकर शाम तक खाने, पीने से खुद को मुस्लिम रोक लेते हैं। हालांकि, रोजा की हालत में धार्मिक शिक्षा मुस्लिमों को शरीर के अंदर कुछ भी दाखिल करने से रोकती है। हालांकि अब ब्रिटेन के बुद्धिजीवियों ने कहा है कि ये नियम कोविड-19 वैक्सीन पर लागू नहीं होता।

रमजान के दौरान वैक्सीन से नहीं टूटता रोजा

रिपोर्ट के मुताबिक बर्मिंघम की ग्रेन लेन मस्जिद के इमाम मुस्तफा हुसैन ने बताया कि वैक्सीन में पोषण का मूल्य नहीं है और हम इंजेक्शन के बारे में विचार करते वक्त उससे शरीर को क्या हासिल होता है, उस पर विचार करते हैं। अगर वैक्सीन से शरीर को कोई पोषक या पोषक मूल्य मुहैया नहीं होता है, तब आपको उसका इस्तेमाल करने की इजाजत है, यहां तक कि आप रोजे से भी हों। उन्होंने आगे कहा कि इससे आपका रोजा बिल्कुल नहीं खराब होता है। इसलिए, रमजान के दौरान टीकाकरण में कुछ भी गलत नहीं है।

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