पाकिस्तान में युद्ध: लाखों की भीड़ सड़कों पर, चौतरफा घिरी इमरान सरकार

लोग पोस्ट, फोटो और वीडियो शेयर कर रहे हैं। इस दौरान 'शिया काफिर हैं' के नारे लगाए जा रहे हैं और आतंकी संगठन सिपाह-ए-सहाबा पाकिस्तान के बैनर लहराए जा रहे हैं। संगठन शियाओं की हत्या के लिए ही कुख्यात है।

Update: 2020-09-12 14:09 GMT
पाकिस्तान में युद्ध: लाखों की भीड़ सड़कों पर, चौतरफा घिरी इमरान सरकार

कराची: धार्मिक उन्माद फैलाने वाला पाकिस्तान आज खुद ही धार्मिक झगड़ों का शिकार हो गया है। कराची में हजारों लोग शिया-विरोधी प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतर आए। खबर मिली है कि देश में दंगों की आशंका पैदा होने लगी है। सोशल मीडिया पर प्रदर्शन की चर्चा तेज है।

'शिया काफिर हैं' के नारे लगाए जा रहे हैं

लोग पोस्ट, फोटो और वीडियो शेयर कर रहे हैं। इस दौरान 'शिया काफिर हैं' के नारे लगाए जा रहे हैं और आतंकी संगठन सिपाह-ए-सहाबा पाकिस्तान के बैनर लहराए जा रहे हैं। संगठन शियाओं की हत्या के लिए ही कुख्यात है।

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सोशल मीडिया पर #ShieGenocide कर रहा ट्रेंड

बताया जा रहा है कि शिया नेताओं ने टीवी पर इस्लाम के खिलाफ बयान दिया था। जिसके बाद से विरोध प्रदर्शन जारी हैं। सोशल मीडिया पर #ShieGenocide भी ट्रेंड कर रहा है। आफरीन नाम की ऐक्टिविस्ट के मुताबिक शिया मुसलमानों को धार्मिक शास्त्र पढ़ने के लिए और मुहर्रम शुरू होने पर आशूरा में हिस्सा लेने के लिए हमला किया जाता है। आफरीन ने कहा है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान शिया मुस्लिमों के खिलाफ नफरत का समर्थन करने के लिए जिम्मेदार हैं।

हिंसा को कवर करने वाले पत्रकार को गिरफ्तार कर लिया गया है

एक और ट्विटर यूजर ने लिखा है कि हिंसा को कवर करने वाले पत्रकार बिलाल फारूकी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह शियाओं का नरसंहार ही है।

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पाकिस्तान में ईशनिंदा एक संवेदनशील मुद्दा

पाकिस्तान में ईशनिंदा एक संवेदनशील मुद्दा है और लोगों को इसका दोषी पाए जाने पर मौत की सजा होती है। आफरीन ने आरोप लगाया है कि कुछ साल पहले शियाओं को मारने के लिए अंजान नंबर से मेसेज किए जा रहे थे। कभी उन पर ग्रेनेड भी फेंके जाते हैं।

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