G-20 Meet: तो क्या अपनी हत्या के डर से पुतिन G-20 मीटिंग में नहीं ले रहे हिस्सा!
G-20 Meet: ब्रिटिश अखबार के हवाले से कहा गया कि राष्ट्रपति पुतिन को हत्या किए जाने का डर सता रहा है, इसलिए वे G-20 मीटिंग में हिस्सा नहीं लेंगे।
Russia President Vladimir Putin: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russia President Vladimir Putin) ने दुनिया के 20 प्रभावशाली देशों का समूह जी20 की बैठक (G-20 meeting ) में शिरकत करने से इनकार कर दिया है। 15-16 नवंबर को एशियाई देश इंडोनेशिया के बाली में G-20 समिट होने जा रही है। जब से पुतिन के समिट में शामिल न होने की खबर सामने आई है, तब से मीडिया में अटकलों का दौर जारी है। इसी कड़ी में एक ब्रिटिश अखबार ने रूस के सूत्रों के हवाले से एक सनसनीखेज दावा किया है।
''राष्ट्रपति पुतिन को हत्या किए जाने का सता रहा डर''
सूत्र को रूसी सत्ता प्रतिष्ठान के बेहद करीब बताया गया है। अखबार में उसके हवाले से कहा गया कि राष्ट्रपति पुतिन को हत्या किए जाने का डर सता रहा है, इसलिए वे मीटिंग में हिस्सा नहीं लेंगे। गौरतलब है कि गुरूवार 10 नवंबर को खबर आई थी कि रूसी राष्ट्रपति G-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे। उनकी जगह मास्को से विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव वर्चुअली शामिल होंगे।
पश्चिमी देश करवा सकते हैं पुतिन की हत्या
रूसी शख्स सर्गेई मार्कोव के मुताबिक, अमेरिका, ब्रिटेन और यूक्रेन की खुफिया एजेंसियां पुतिन पर जानलेवा हमला करवा सकती हैं। मुझे यकीन है कि कुछ पूरी तरह से पागल पश्चिमी लोग इस तरह की स्थिति की योजना बना रहे हैं।
इससे पहले मीडिया में ब्लादिमीर पुतिन के समिट में न शामिल होने के फैसले को यूक्रेन में उनकी पतली हालत से जोड़कर देखा जा रहा था। रूसी सेना यूक्रेन में पीछे हटने के लिए मजबूर है। ऐसी स्थिति में पुतिन पश्चिमी नेताओं का सामना नहीं करना चाहते। जी20 में शामिल पश्चिमी देश शुरू से रूस द्वारा यूक्रेन पर चढ़ाई करने के निर्णय की आलोचना करते रहे हैं।
क्या है जी20
जी20 दुनिया के 20 देशों का समूह है। इसमें दुनिया के विकसित और विकासशील देश शामिल हैं। 20 देशों में अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, कनाडा, जर्मनी, इटली, तुर्की, साउथ कोरिया, जापान, इंडिया, सऊदी अरब, इंडोनेशिया, मैक्सिको, साउथ अफ्रीका और यूरोपीयन यूनियन शामिल है। ये सभी देश मिलकर दुनिया की जीडीपी का 80 प्रतिशत से अधिक हिस्सा बनाते हैं।