भारत के समर्थन में रूस, चीन को दिया झटका, रोकी S-400 मिसाइल की डिलीवरी

भारत-चीन तनाव के बीच  दुनिया के कई बड़े देश चीन के खिलाफ हो गए है। अब रूस ने भी चीन को तगड़ा झटका देते हुए एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डिलीवरी रोक दी है।

Update:2020-07-27 12:16 IST

नई दिल्ली: चीन चौतरहा घिर गया है। भारत-चीन तनाव के बीच दुनिया के कई बड़े देश चीन के खिलाफ हो गए है। अब रूस ने भी चीन को तगड़ा झटका देते हुए एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डिलीवरी रोक दी है। वहीं रूस के इस फैसे को चीन ने दबाव में लिया गया फैसला बताया। चीन ने किसी देश का नाम नहीं लिया लेकिन इशारा साफ तौर पर भारत और अमेरिका की तरफ है।

चीन और रूस के बीच एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम डील:

दरअसल एस-400 दुनिया का सबसे बेहतरीन मिसाइल डिफेंस सिस्टम है। चीन के पास इसकी कुछ यूनिट हैं। वहीं चीन को रूस उसे एस- 400 मिसाइल की डिलीवरी मिलने वाली थी। हालाँकि रूस ने S-400 की डिलीवरी रोक दी, इसके साथ गई चीन को ये भी नहीं बताया कि ये मिसाइल डिफेन्स सिस्टम उसे कब दिया जायेगा।

रूस के फैसले पर चीन की प्रतिक्रिया:

वहीं एस-400 की डिलीवरी सस्पेंड होने पर चीन की मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि सिर्फ हथियार खरीद का समझौता करने से कुछ नहीं होता। जरूरी यह है कि बिल के अलावा रूस हथियार भी दें। वहीं चीन ने इसे दबाव में लिया गया फैसला बताते हुए जानकारी दी कि चीन ने अपने सैनिकों को इस मिसाइल की ट्रेनिंग के लिए रूस भेजा था। वहीं रूस से टेक्निकल एक्सपर्ट चीन आने वाले थे। अब यह नहीं होगा।

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चीन के एक अफसर ने बयान दिया कि रूस को लगता है कि महामारी के वक्त में चीन को एस-400 की डिलीवरी करने से चीन की ही परेशानियां बढ़ेंगी।

भारत को मिलेगी इस साल एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की पहली खेप

बता दें कि भारत को भी एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की पहली खेप इसी साल के आखिरी तक मिलने वाली है। चीन को इसकी पहली खेप साल 2018 में ही मिल चुकी हैं। यहाँ ध्यान देने वाली बात ये हैं कि रूस ने एक तरफ तो चीन की डिलीवरी रोक दी तो दूसरी तरफ भारत को समय पर मिसाइल देने के वाडे को दोहराया।

 

रूस ने क्यों रोकी चीन को मिसाइल डिलीवरी:

रूस और चीन के बीच अच्छी दोस्ती है लेकिन रूस के इस कदम को कई वजहों से जोड़ कर रखा जा रहा है। इनमे से एक हैं ,पिछले दिनों हुआ मामला। दरअसल रूस ने हाल ही में अपनी सेंट पीटर्सबर्ग आर्कटिक सोशल साइंस एकेडमी के प्रेसिडेंट वेलेरी मिटको को गिरफ्तार किया था।

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वेलेरी पर आरोप था कि उन्होंने चीन को बेहद संवेदनशील सैन्य जानकारियां दीं और बदले में पैसे लिए। वेलेरी पर खुफिया एजेंसियां कई महीनों से नजर रख रही थीं। उसके साथ ही तीन और साथियों को भी गिरफ्तार किया गया। इनमे दो चीनी नागरिक हैं। इस घटना के बाद से दोनों देशों के बीच के रिश्तों में तनाव आ गया।

जानें एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम के बारे में-

बता दें कि दुनिया का सबसे बेहतरीन मिसाइल डिफेंस सिस्टम एस-400, एस-300 का अपडेटेड वर्जन है। यह 400 किलोमीटर के दायरे में आने वाली मिसाइलों और पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों को खत्म करने की क्षमता रखता है। एस-400 डिफेंस सिस्टम मिसाइल शील्ड के तौर पर काम करेगा।

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इस सिस्टम की ख़ास बात ये हैं कि ये एक बार में 72 मिसाइल दाग सकता है। इतना ही नहीं अमेरिका के सबसे एडवांस्ड फाइटर जेट एफ-35 को भी गिराने की ताकत रखता है। इसके अलावा ये सिस्टम 36 परमाणु क्षमता वाली मिसाइलों को एकसाथ खत्म कर सकता है।

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