Russia Ukraine Conflict : यूक्रेन ने दिखाई "पनिशर" स्टील्थ ड्रोन की घातक मारक क्षमता
रूस से बढ़ते तनाव के बीच यूक्रेन ने स्टील्थ ड्रोन 'पनिशर' की मारक क्षमता का दुनिया के सामने खुलासा किया है। बता दें यह यूक्रेनी ड्रोन अपने साथ विस्फोटक को लेकर उड़ान भरने में सक्षम है।
नई दिल्ली। रूस से बढ़ते तनाव के बीच यूक्रेन ने अपने एक ड्रोन की मारक क्षमता का खुलासा किया है। यूक्रेनी इंजीनियरों ने छह साल की मेहनत के बाद ये ड्रोन तैयार किये हैं और रूस द्वारा हमला किये जाने की स्थिति में इनसे दुश्मन की सेना पर कहर ढाने की प्लानिंग है। इन मानव रहित विमानों के पंख 7.5 फुट चौड़े हैं और ये विमान तीन उच्च विस्फोटक बम ले कर उड़ान भर सकते हैं। ये ऐसे बम होंगे जो 50 मीटर के दायरे भीतर सैनिकों और वाहनों का सफाया कर सकते हैं। वे ड्रोन युद्ध के मैदान से 1,300 फीट ऊपर और सीमा पार 30 मील पीछे, तक जा सकते हैं। ये ड्रोन जमीन पर एक लैपटॉप कंप्यूटर के जरिये पायलट द्वारा निर्देशित किया जाता है।
एक साथ दो विमान
दुश्मन पर हमला करने के लिए एक साथ दो ड्रोन उड़ाए जाते हैं। इनमें एक छोटा टोही ड्रोन होता है जिसका नाम 'स्पेक्टर' है जो लक्ष्यों की पहचान करने के लिए साथ साथ उड़ता है। लक्ष्य की पहचान हो जाने के बाद 'पनिशर' ड्रोन उस जगह पर बम गिरा देता है। ये बम टारगेट लॉक हो जाने के बाद ऑटोमेटिकली रिलीज़ हो जाते हैं। मिशन की सटीकता की जांच करने के लिए ड्रोन में कैमरा भी लगा होता है।
रिमोट कण्ट्रोल खिलौने जैसा है ड्रोन
हल्के भूरे रंग का सुपर लाइटवेट विमान सामने से रिमोट नियंत्रित खिलौने की तरह दिखता है। लेकिन छह साल से यह रूस समर्थित अलगाववादियों पर कहर बरपा रहा है। ड्रोन के निर्माता यूएई डायनेमिक्स के अनुसार इस हथियार की शक्ति इसकी अदृश्यता क्षमता है। कंपनी का कहना है कि यह कई वर्षों से डोनबास पर रूसी समर्थित अलगाववादियों के ठिकानों पर तबाही मचा रहा है। दुश्मन को पता भी नहीं चलता कि उनपर कहाँ से आफत बरसी है। ये ड्रोन अपेक्षाकृत छोटा और हल्का है जो रडार की पकड़ में नहीं आ पाता है। यह एक बार में तीन बम गिरा सकता है या तीन अलग-अलग लक्ष्यों को हिट कर सकता है और फिर से लोड होने के लिए बेस पर वापस आ सकता है और मिनटों के भीतर युद्ध में वापस भेजा सकता है।
यूक्रेन के स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप ने कहा है कि 2016 के बाद से इन ड्रोन के सैकड़ों सफल मिशन उड़ाए गए हैं और एक भी ड्रोन नष्ट नहीं हुआ है। बताया गया है कि ड्रोन को संचालित करने वाली तीन व्यक्तियों की टीमों को भी ढूंढना मुश्किल होता है क्योंकि ये ड्रोन चार छोटे बॉक्स में पैक किया जा सकता है और इसे किसी कार में रख कर कहीं भी ले जाया जा सकता है।
इन ड्रोन का मुकाबला रूस के हाई-टेक "वॉर टॉयज" की एक श्रृंखला के खिलाफ हो सकता है जिसमें रोबोट टैंक, एक्स-विंग्ड स्काई माइन ड्रोन और एक फ्लाइंग एम्फीबियस टैंक शामिल हैं। डिफेन्स सूत्रों के अनुसार, अगर युद्ध छिड़ जाता है, तो नई तकनीक की एक पूरी श्रृंखला युद्ध में जाएगी।