यूक्रेन में भूख से मौतें: खाने का खाना और पीने का पानी तक नहीं, तड़प-तड़पकर मर रहे
Russia Ukraine War: यूक्रेन में हजारों मारियुपोल निवासी जो रूसी हमलों से बचने में कामयाब रहे, कब्जे वाले मानहुशी और मेलेकिन में भूख से तड़प-तड़पकर मर रहे हैं।
Russia Ukraine War: यूक्रेन में बीते महीने से जारी युद्ध का आज 25 वां दिन है। रूस के साथ यूक्रेन के कई शहरों में अभी भी जंग जारी है। ऐसे में हालातों में कोई सुधार होने के आसार तो नहीं दिख रहे हैं, बल्कि यहां के लोगों की भीषण दुर्दशा है। इन दिनों भीषण तबाही मचाने वाला रूस यूक्रेन के शहर मारियुपोल को चारों तरफ से घेरे हुए है। वहां लगातार बमबारी और लड़ाई जारी है।
ऐसे में यूक्रेन की समाचार एजेंसी द कीव इंडिपेंडेंट ने यूक्रेनियों को लेकर बड़ा दावा किया है। इस बारे में दोनेत्सक सैन्य-नागरिक प्रशासन के प्रमुख पावलो किरिलेंको ने कहा कि हजारों मारियुपोल निवासी जो रूसी हमलों से बचने में कामयाब रहे, कब्जे वाले मानहुशी और मेलेकिन में भूख से तड़प-तड़पकर मर रहे हैं। यूक्रेनियों को रूसी सेनाओं ने भोजन क्या पानी तक नहीं दिया है और सुरक्षित मार्ग भी प्रदान करने से मना कर दिया है।
बता दें, इस समय यूक्रेन के बंदरगाहों के शहर मारियुपोल में रूस के भयावह हमलों से भीषण तबाही मची हुई है। इस भयावह मंजर की दांस्ता बयां करते हुए एक पुलिस अधिकारी ने अमेरिका और फ्रांस से मदद की गुहार लगाई है। साथ ही यूक्रेन को अपनी आधुनिक वायु रक्षा प्रणाली उपलब्ध कराने का विशेष अनुरोध किया है।
ऐसे में जारी जंग के बीच मलबे में बदल चुके इस शहर के पुलिस अधिकारी मिशेल वर्शनिन ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से कहा है कि उन्होंने मदद का आश्वासन दिया था लेकिन उसे जो मिला है वह मदद तो नहीं है। इस वीडियो में दोनों विश्व नेताओं से अपील की गई है कि वे वहां के नागरिकों की जान बचा ले।
वहीं इस वीडियो में पुलिस अधिकारी मिशेल वर्शनिन कह रहे हैं कि मारियुपोल इस समय सीरियाई शहर अलेप्पो जैसे दुर्भाग्य का सामना कर रहा है। जो 2016 में सीरिया के गृहयुद्ध के दौरान रूसी समर्थित घेराबंदी में नष्ट हो गया था। रूस के जारी युद्ध से यूक्रेन के हालात बहुत ही भयावह होते जा रहे हैं। लोगों के पास सर छिपाने तक की जगहे नहीं पा रही हैं। खाने का खाना क्या, पीने को पानी तक नहीं मिल रहा है। जिसकी वजह से लोगों की तड़प-तड़प कर मौत हो रही है।