Saudi Arabia Airstrikes in Yemen: सऊदी अरब के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना ने यमन में किए हवाई हमले
यमन (yemen) के हूती विद्रोहियों (Houthi rebels) से लड़ रहे सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन (Saudi Arabia Coalitio) ने शनिवार 27 नवंबर 2021 को राजधानी सना को निशाना बनाया। यह हवाई हमला शनिवार की सुबह किया गया है।
Saudi Arabia Airstrikes in Yemen : यमन (yemen) के हूती विद्रोहियों (Houthi rebels) से लड़ रहे सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन (Saudi Arabia Coalitio) ने शनिवार 27 नवंबर 2021 को राजधानी सना को निशाना बनाया। यह हवाई हमला शनिवार की सुबह किया गया है। बता दें, कि सऊदी अरब के सरकारी टेलीविजन ने उनकी अगुवाई वाले गठबंधन का हवाला देते हुए हमलों की जानकारी दी। साथ ही, सऊदी अरब ने आम नागरिकों को हमले वाली जगह से दूर रहने का अनुरोध किया है।
विदेशी मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार, मारिब शहर के आसपास शनिवार को भीषण लड़ाई की खबर है। बताया जा रहा है, कि हुदैदा बंदरगाह के आसपास के इलाकों से गठबंधन सेनाओं की वापसी के बाद ये हमले हुए हैं।
युद्ध ने पैदा किए मानवीय संकट
गौरतलब है, कि इन हूती विद्रोहियों को ईरान का समर्थन प्राप्त है। इन्होंने सितंबर 2014 से यमन की राजधानी सना पर कब्जा जमा रखा है। हालांकि, सऊदी अरब की अगुवाई वाले गठबंधन ने साल 2015 में दक्षिण की ओर उनके बढ़ते कदम को रोक दिया था। लेकिन, तभी से युद्ध जारी है। इस युद्ध की वजह से दुनिया का सबसे खराब मानवीय संकट पैदा हो गया है।
पिछले हफ्ते भी हुए थे हमले
ज्ञात हो ,कि इससे पहले 19 नवंबर को सऊदी अरब के नेतृत्व वाली गठबंधन ने यमन की राजधानी सना में हूती मिलिशिया द्वारा नियंत्रित सैन्य शिविरों पर कई हवाई हमले किए थे। स्थानीय इलेक्ट्रॉनिक चैनलों ने इसकी जानकारी दी थी। चैनलों ने बताया था कि हवाई हमले उत्तरी और दक्षिणी सना में धहबान और अल-नाहदयन शिविरों पर हुए थे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, हवाई हमले सऊदी अरब के स्वामित्व वाले अल-अरबिया टीवी द्वारा रिपोर्ट किए जाने के कुछ घंटों बाद हुए। गठबंधन ने सऊदी अरब के आभा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के उद्देश्य से एक बम से भरे ड्रोन को रोक दिया। बता दें कि ईरान समर्थित हूती मिलिशिया ने हाल ही में सीमा पार मिसाइल और ड्रोन हमलों को तेज कर दिया है। फरवरी में, यमन के विद्रोही समूह ने मध्य भाग में तेल समृद्ध प्रांत मारिब पर कब्जा करने के लिए सऊदी समर्थित सरकारी सेना के खिलाफ एक बड़ा आक्रमण शुरू किया।