Taliban Afghanistan: अफगानियों ने लिया बदला, 300 तालिबानी मारे गए, पंजशीर-बगलान कब्जे से बाहर

Taliban Afghanistan Conflict : अफगानिस्तान और तालिबान संघर्ष मामले में एक विदेशी मीडिया पत्रकार के मुताबिक, बगलान प्रांत के लड़ाकों ने सरेंडर से इनकार कर दिया और तालिबानियों पर हमला कर दिया है।

Newstrack :  Network
Published By :  Shivani
Update:2021-08-23 09:39 IST

अफगानिस्तान में लड़ाके (Photo Twitter)

Taliban Afghanistan Conflict: अफगानिस्तान पर तालिबानियों ने कब्जा तो कर लिया लेकिन उनके लिए पूरे मुल्क को अपने अधिकार में रखना इतना आसान नहीं है। एक तरफ तो तालिबानी अफगान में अपनी सरकार बनाने की तैयारी में हैं तो दूसरी तरफ पंजशीर और बगलान प्रांत पर कब्जा जमाने में तालिबानियों के पसीने छूट गए है। पंजशीर के लड़ाकों के साथ तालिबानियों का संघर्ष जारी है, इसी बीच रिपोर्ट्स के मुताबिक, बगलान प्रांत में तालिबानियों पर हमला कर दिया गया, जिसमें लगभग 300 तालिबानियों के मारे जाने की खबर है।

बघलान प्रांत में तालिबानियों पर हमला 

अफगानिस्तान और तालिबान संघर्ष मामले में एक विदेशी मीडिया पत्रकार के मुताबिक, बगलान प्रांत के लड़ाकों ने सरेंडर से इनकार कर दिया और तालिबानियों पर हमला कर दिया है। दावा किया जा रहा है कि इस हमले में 300 तालिबानी मार गिराए गए हैं। वहीं कई तालिबानियों को कैद कर लिया गया है। 

इस बाबत अफगानिस्तान के उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने भी ट्वीट किया है। उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने हमले का इशारा करते हुए तंज किया कि जब से तालिबानियों पर बड़ा हमला किया गया, उनके लिए एक पीस में जिंदा वापस आना चुनौती बन गया है। सालेह ने बगलान के साथ ही पंजशीर में भी तालिबानियों को मिल रही चुनौती का जिक्र करते हुए कहा कि अब तालिबान ने पंजशीर में अपने लड़ाकों की संख्या बढ़ा दी है।

अफगानिस्तान के तीन जिले तालिबान के कब्जे से बाहर

गौरतलब है कि इसके पहले तालिबान विरोधी लड़ाकों ने अफगानिस्तान के उत्तरी बगलान प्रांत के तीन जिलों को तालिबान के कब्जे से बाहर कर दिया था। पुल-ए हिसार, देह सलाह और बानू जिले को अफगानी लड़ाकों से बचा लिया था, हालांकि अगले ही दिन तालिबान ने फिर से बानू पर कब्जा कर लिया। वहीं बचे दो जिलों को फिर से कब्जाने के लिए तालिबान जंग कर रहा है। 

पंजशीर में 10000 लड़ाके तैनात, तालिबान को चुनौती

तालिबान की नजर अफगानिस्तान का अजेय दुर्ग रहने वाला पंजशीर प्रांत है। तालिबानी लड़ाके पंजशीर में पहुंच चुके हैं। 100 से अधिक तालिबानी आंतकी घाटी की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। पंजशीर के शेर कहे जाने वाले अहमद शाह मसूद के 32 वर्षीय बेटे अहमद शाह ने कहा है कि उसके अधिकार क्षेत्र में आने वाले इलाकों को तालिबान को नहीं सौंपगे। अहमद मसूद का कहना है कि पंजशीर अफगानिस्तान के भूगोल का सबसे छोटा प्रांत है। लेकिन पंजशीर घाटी के लोग एकजुट हैं। वे अपने जमीन का बचाव करना चाहते हैं। तालिबानी ताकतों से हम लड़ने के लिए तैयार हैं। 

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