UK: ब्रिटेन की कैबिनेट में पहले से अधिक भारतीय, ऋषि सुनक के पीएम बनने पर बोले पूर्व प्रीमियर बोरिस जॉनसन

UK News: ऋषि सुनक की इस कामयाबी पर पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने प्रतिक्रिया दी है। जॉनसन ने कहा कि उनका उत्तराधिकारी एक भारतीय मूल का है। यह शानदार है, हमारी पार्टी (कंजरवेटिव पार्टी) भविष्य की ओर देखती है।

Update: 2022-11-12 10:41 GMT

Rishi Sunak and Boris Johnson (Social Media)

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UK News: 200 सालों तक पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में एकछात्र राज करने वाले ब्रिटेन की राजनीति में इन दिनों दक्षिण एशियाई मूल के लोगों की तूती बोल रही है। दशकों पहले भारत से जाकर यूके में बसे भारतीय वहां की दोनों प्रमुख सियासी पार्टियों लेबर और कंजरवेटिव में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे। ब्रिटेन में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी भारतीय मूल के शख्स ने प्रधानमंत्री पद की बागडोर संभाली है। वो भी कंजरवेटिव पार्टी की तरफ से जिसकी छवि आमतौर पर एक रूढ़िवादी दल की है।

ऋषि सुनक की इस कामयाबी पर उनके पूर्व बॉस यानी पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने प्रतिक्रिया दी है। जॉनसन ने कहा कि उनका उत्तराधिकारी एक भारतीय मूल का है। यह शानदार है, हमारी पार्टी (कंजरवेटिव पार्टी) भविष्य की ओर देखती है। हमारे यहां तीन महिला प्रधानमंत्री हुई हैं, जो भारत से अधिक है। जॉनसन ने कहा कि आज पहले से अधिक भारतीय मूल के लोग ब्रिटिश कैबिनेट में हैं।

भारत के साथ संबंधों पर बोले जॉनसन

एक भारतीय मीडिया संस्थान के कार्यक्रम में बतौर अतिथि बुलाए गए पूर्व ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने कहा कि भारत यूके के लिए विदेशी छात्रों का नंबर वन सप्लायर बन गया है। आज यूके में 1 लाख 8 हजार भारतीय छात्र हैं, जिससे यहां का शिक्षा उद्योग बढ़ रहा है। उन्होंने पद पर रहते हुए इस साल अप्रैल में अपनी भारत यात्रा को याद करते हुए कहा कि कोई भी मिशन जिसको मैंने लीड किया वह उतना सफल नहीं रहा जितना इस साल अप्रैल में हुआ था। गुजरात में हमारा स्वागत सचिन तेंदुलकर की तरह हुआ।

जॉनसन के खिलाफ बजाया था बिगुल

ऋषि सुनक किसी समय बोरिस जॉनसन के पक्के समर्थक हुआ करते थे। जॉनसन का भी उन पर काफी भरोसा था और सरकार में उन्हें वित्त मंत्रालय जैसी भारी भरकम जिम्मेदारी दी थी। लेकिन बाद में दोनों के रिश्तों में खटास आ गई और सुनक ने बगावत का बिगुल बजाते हुए इस्तीफा दे दिया। इसके बाद जॉनसन कैबिनेट से इस्तीफों की झड़ी लग गई थी। अंततः उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।

बोरिस जॉनसन और उनके कैंप के नेता आज भी ऋषि सुनक को इसके लिए जिम्मेदार मानते हैं। पूर्व पीएम के कैंप ने तो सुनक को गद्दार तक कह दिया था। जॉनसन बिल्कुल नहीं चाहते थे कि सुनक पीएम बने। पहले इलेक्शन में वह ऋषि सुनक को रोकने में कामयाब रहे और लिज ट्रुस पीएम बनीं। लेकिन उनकी रवानगी के बाद जॉनसन के लिए सुनक को रोकना मुश्किल हो गया। 

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