इजरायल के साथ आया UAE, मुस्लिम देशों से खिलाफत पर पाकिस्तान की बड़ी साजिश

संयुक्त अरब अमीरात (UAE) इजरायल(Israel) के साथ अपने द्विपक्षीय रिश्ते को नया मोड़ देने में लगा हुआ है। जबकि पाकिस्तान और तुर्की लगातार इजरायल के खिलाफ मुस्लिम देशों से एकजुट होने के लिए आह्वान करने में लगे हुए हैं।

Newstrack :  Vidushi Mishra
Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2021-06-02 13:25 GMT

इजरायल (फोटो-सोशल मीडिया)

नई दिल्ली: इजरायल फिलिस्तीन संघर्ष(Israel Palestine Conflict) के बाद दुनियाभर के तमाम देशों की इजरायल से नाराजगी बढ़ती हुई नजर आ रही है। ऐसे में पाकिस्तान और तुर्की लगातार इजरायल के खिलाफ मुस्लिम देशों से एकजुट होने के लिए आह्वान करने में लगे हुए हैं।

लेकिन दूसरी तरफ संयुक्त अरब अमीरात (UAE) इजरायल(Israel) के साथ अपने द्विपक्षीय रिश्ते को नया मोड़ देने में लगा हुआ है। इसी सिलसिले में इजरायल ने इस साल गर्मियों में यूएई की राजधानी अबू धाबी में अपना कार्यालय खोलने की योजना भी बनाई है।

जिससे विदेशी निवेश आकर्षित करने के साथ-साथ कई खाड़ी के देशों और अरब वर्ल्ड के साथ आर्थिक संबंधों को भी बढ़ावा दिया जा सके।

व्यापारिक गतिविधियां तेज

ऐसे में अमेरिका की मध्यस्थता में बीते साल सितंबर में इजरायल और संयुक्त अरब अमीरात(UAE) में हुए समझौते के बाद से दोनों पक्षों में कई टकरार हुआ है। जिसके चलते इजरायल और संयुक्त अरब अमीरात ने बैंकिंग, सीधी उड़ान, टैक्सेशन आदि को लेकर कई द्वपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।

इस बीच संयुक्त अरब अमीरात(UAE) और इजरायल(Israel) के लिए 31 मई 2021 का दिन बेहद खास रहा। यूएई(UAE) ने सोमवार को तेल अवीव में अपना दूतावास खोला और इजरायल(Israel) के साथ दोहरे कराधान को लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। वहीं इससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक गतिविधियों को तरावट मिलने की संभावना भी जताई जा रही है।

साथ ही इजरायल के वित्त मंत्री अमीर पेरेट्ज़ ने कहा कि वह इजरायल-अमीरात में संबंधों को मजबूत करने में "भारी आर्थिक संभावना" देखते हैं। उन्होंने कहा कि अबू धाबी में कार्यालय खोलने से पहले से चल रही विभिन्न पहलों को काफी बढ़ावा मिलेगा।

ऐसे में वित्त मंत्रालय के जरिए काम करने वाले इजरायल का विदेश व्यापार प्रशासन (FTA) दुनिया भर में 50 से अधिक व्यापार केंद्र संचालित करता है। वहीं इजरायल ने बीते साल मनीला में मात्र एक शाखा खोली थी।

सूत्रों से सामने आई खबर के अनुसार, इजरायल के वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि अबू धाबी में कार्यालय खोलने की दिशा में काम चल रहा है। यूएई में खुलने वाले कार्यालय में अवियाद तामीर तैनात किए जाएंगे।

बहरीन के साथ रिश्ते सामान्य

विदेश व्यापार प्रशासन (FTA) के निदेशक ओहद कोहेन ने कहा कि यूएई में खुलने वाले नए दफ्तर से इजरायली टेक्नोलॉजी में रुचि रखने वाले संयुक्त अमीरात के लोग इजरायल में निवेश को उत्साहित होंगे। इज़रायल ने हाल ही में बहरीन के साथ भी संबंध सामान्य किए हैं।

इधर संयुक्त अरब अमीरात, सूडान, बहरीन वो इस्लामिक देश हैं जिन्होंने अमेरिका के नेतृत्व में इजरायल से अपने संबंधों को सामान्य बनाने के लिए कार्यरत हैं। इसी कड़ी में इजरायल ने मोरक्को से अगले महीने से उड़ान शुरू करने जा रहा है।

ऐसे में इजरायल की विमान कंपनी इसरायर (Israir) जुलाई से तेल अवीव और मोरक्को के मराकेश के बीच उड़ानें शुरू करेगी। बता दें, इजरायली विमानन कंपनी ने मंगलवार को इस बारे में जानकारी दी है। 

मोरक्को से नई

इस पर इजरायल की विमान कंपनी इसरायर ने कहा कि छह घंटे की नॉनस्टॉप उड़ानें 19 जुलाई से शुरू होंगी। दोनों शहरों के बीच हफ्ते में पांच बार उड़ानें संचालित होंगी। इसरायर (Israir) के मार्केटिंग वाइस प्रेसिडेंट गिल स्टाव ने कहा कि उनका अनुमान है कि उड़ान की मांग ज्यादा रहने वाली है।

आगे उन्होंने कहा कि हजारों इजरायली छुट्टियां बीतने के लिए मोरक्को जाना पसंद करेंगे। वहीं इज़रायल और मोरक्को दिसंबर में राजनयिक संबंधों को फिर से शुरू करने और सीधी उड़ानों को फिर से शुरू करने के लिए सहमत हुए थे।

जानकारी देते हुए बता दें, कि मोरक्को में यहूदियों की अच्छी खासी जनसंख्या मानी जाती है। बताते चले कि सन् 1948 में इजरायल की स्थापना तक उत्तरी अफ्रीका और मध्यपूर्व में समृद्ध यहूदी आबादी हुआ करती थी।

इसके अलावा यहूदी यहां से भागकर दूसरी जगहों पर बस गए या कई अरब देशों से निष्कासित कर दिए गए। लेकिन सन् 1948-1964 तक लगभग 2.50 लाख यहूदियों ने इज़रायल के लिए मोरक्को छोड़कर आ गए। वहीं अब लगभग 3,000 यहूदी मोरक्को में निवास करते हैं।

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