H1B-Visa पर लगे प्रतिबंध हुए समाप्त, भारतीयों को मिली राहत
बृहस्पतिवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बड़ा ऐलान करते हुए विदेशी श्रमिकों के वीजा...
नई दिल्ली। बृहस्पतिवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बड़ा ऐलान करते हुए विदेशी श्रमिकों के वीजा, विशेषतौर पर एच-1बी वीजा पर लगे प्रतिबंधों की अवधि को समाप्त होने दिया। जिसके चलते राष्ट्रपति जो बाइडन के पूर्ववर्ती राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से इस संबंध में जारी अधिसूचना खत्म हो गई। जिससे हजारों भारतीय आईटी पेशेवरों को फायदा मिलने की उम्मीद है। बाइडन द्वारा एच-१ बी वीजा जिस पर ट्रंप के समय से प्रतिबंध लगा हुआ था, अब समाप्त हो गया है। और इससे भारतीय आईटी पेशेवरों को बड़ी राहत मिलेगी।
अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध
अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले साल कोविड-19 संकट और देशव्यापी लॉकडाउन के बीच एच-1बी सहित कई अस्थाई या गैर- प्रवासी वीजा श्रेणियों के आवेदकों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था। जिसमें ट्रंप ने दलील दी थी कि आर्थिक गतिविधियों में सुधार के दौरान ये वीजा अमेरिकी श्रम बाजार के लिए एक जोखिम हैं।
इसमें उन्होंने बाद में इस अधिसूचना को 31 मार्च 2021 तक बढ़ा दिया था। लेकिन अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने एच-1बी वीजा पर प्रतिबंध जारी रखने के लिए नई घोषणा जारी नहीं की। उन्होंने ट्रंप की आव्रजन नीतियों को क्रूर बताते हुए एच-1बी वीजा पर से निलंबन हटाने का वादा किया था।
विदेशी श्रमिकों की नियुक्ति की इजाजत
बता दें, एच-1बी वीजा एक गैर-आप्रवासी वीजा है, जोकि अमेरिकी कंपनियों को कुछ व्यवसायों के लिए विदेशी श्रमिकों की नियुक्ति की इजाजत देता है। जहां सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की जरूरत होती है।
वहीं आईटी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से हर साल हजारों कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए इस वीजा पर निर्भर हैं। जिसके चलते भारतीय आईटी पेशेवरों को राहत मिल सकती है।