US : एंटनी ब्लिंकन ने व्हाइट हाउस में लिया 'बजरंग बली' का नाम, बोले- इंडिया को सौंपी 500 साल पुरानी मूर्ति
US : अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने दिवाली के मौके पर एक समारोह आयोजित किया था। जिसमें उन्होंने कहा, 'धार्मिक स्वतंत्रता मौलिक अमेरिकी मूल्य है।'
Antony Blinken on Bajrang Bali : हिन्दू धर्म और सनातन संस्कृति का डंका भारत में ही नहीं बल्कि सात समंदर पार भी बजा रहा है। इसी की एक झलक अमेरिका में देखने को मिली। दरअसल, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (US Secretary of State Antony Blinken) ने दिवाली के मौके पर एक समारोह आयोजित किया था। जिसमें उन्होंने कहा, 'धार्मिक स्वतंत्रता मौलिक अमेरिकी मूल्य है। इसका समर्थन करना अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) की प्राथमिकता है।
अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने ये टिप्पणी भारतीय अमेरिकियों की एक सभा को संबोधित करते हुए कही। इस समारोह में भारतीय समुदाय के नेता और बाइडेन प्रशासन में काम करने वाले लोग शामिल थे। ब्लिंकन ने आगे कहा, 'धार्मिक स्वतंत्रता संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) की कूटनीति का एक अहम हिस्सा है। उन्होंने कहा, ये वास्तव में हमें अन्य देशों तथा दुनिया भर के लोगों के साथ संबंध बनाने में मदद करती है।'
हनुमान जी की मूर्ति भारत को वापस की
अमेरिकी विदेश मंत्री ने अपने संबोधन में यूएस में धार्मिक स्वतंत्रता (Religious Freedom इन US) के महत्व पर जोर डाला। ब्लिंकन ने कहा, 'बजरंग बली की 500 साल पुरानी मूर्ति इसी वर्ष भारत सरकार को वापस कर दी गई। उन्होंने आगे कहा, फरवरी महीने में ऑस्ट्रेलिया में मिशन के दौरान हमारे सहयोगियों ने संयुक्त रूप से यूएस डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी तथा भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंट की मदद से हिंदू देवता 'हनुमान जी' की 500 साल पुरानी मूर्ति बरामद की थी। उसे भारत सरकार को वापस कर दिया गया।
'अमेरिकी एंबेसडर फंड' के जरिए मदद
एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) ने संबोधन में कहा, कि पूरी दुनिया में सांस्कृतिक विरासत के महत्वपूर्ण हिस्सों को संरक्षित (Preserve important parts of cultural heritage) करने में मदद करने के माध्यम से हम धार्मिक विविधता का समर्थन करते हैं। उन्होंने ये भी बताया, कि 'सांस्कृतिक संरक्षण के लिए 'अमेरिकी एंबेसडर फंड' (American Ambassador Fund) जैसे प्रयासों के जरिए हम क्षतिग्रस्त ऐतिहासिक इमारतों को बहाल करने में मदद कर रहे हैं। चाहे वो पेंटिंग हो या मूर्तियां। खोई या चोरी हुई सांस्कृतिक वस्तुओं को दोबारा प्राप्त करने में हम मदद कर रहे हैं।'