पाकिस्तान को अंडे-जूते पड़े! कश्मीर के विरोध में करने चला था ये काम
पाकिस्तान बार-बार इसी फिराक में लगा है कि वो किसी तरह कश्मीर के मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा बना सके। इसलिए वो कोई भी मौका नहीं छोड़ रहा है।
लंदन- पाकिस्तान बार-बार इसी फिराक में लगा है कि वो किसी तरह कश्मीर के मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा बना सके। इसलिए वो कोई भी मौका नहीं छोड़ रहा है। हालांकि कई देश भारत के पक्ष में आये हैं और इसे भारत का आंतरिका मामला करार दिया है। इसके बावजूद भी पाकिस्तान अपनी नाकाम कोशिश करने से बाज नहीं आ रहा है। इस बार पाकिस्तान ने मंगलवार को पाकिस्तानी नेता लंदन में भारत विरोधी अभियान को भड़काने के लिए पहुंचे थे। जहां जनता ने पाकिस्तान के इस कोशिश पर पानी फेर दिया। उनका कहना है कि पाकिस्तान बस अपने मतलब के लिए उनका इस्तेमाल कर रहा है।
भारत विरोधी अभियान को भड़काने पहुंचे थे पाकिस्तानी नेता-
दरअसल, पाकिस्तानी नेता भारत विरोधी अभियान को भड़काने के लिए पहुंचे थे। इस अभियान में पीएम इमरान खान के खास जुल्फी बुखारी और उनके साथ 4 पाकिस्तानी नेता शामिल थे। वहां ब्रिटिश पाकिस्तानी और खलिस्तान समर्थकों ने पार्लियामेंट स्कवायर से भारतीय उच्चायोग तक एक मार्च निकाला था। इस मार्च का नाम उन्होंने कश्मीर फ्रीडम मार्च रखा था। इस मार्च के अध्यक्ष यासीन मलिक थे।
प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तानी नेताओं पर जाहिर की नाराजगी-
वहीं इस मार्च में यूके और जम्मू-कश्मीर नेशनल स्टूडेंट फेडरेशन और जम्मू-कश्मीर नेशनल आवामी पार्टी ने हिस्सी लिया था। मगर पाकिस्तानी नेताओं की उपस्थिति से प्रदर्शनकारियों ने नाराजगी जाहिर की। यहां तक उन्होंने पाकिस्तानी नेता को भाषण देने से भी रोक दिया। इमरान ने बैरिस्टर सुल्तान महमूद चौधरी को वहां कश्मीरियों का संबोधन करने के लिए भेजा था। बता दें कि महमूद चौधरी तहरीक-ए-इंसाफ के पीओके के अध्यध हैं।
महमूद चौधरी पर फेंके गये अंडे और जूते-
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि, महमूद चौधरी 35 से 40 बॉडीगार्ड के साथ आए थे। लेकिन भीड़ ने उनपर अंडे और जूते फेंके थे। साथ ही उन्हें डंडे से पीटकर वहां से भगा दिया गया। क्योंकि सभी ने पहले ही सोच रखा था कि इसमें किसी तरह के राजनीतिक भाषण या पाकिस्तानी झंडे का इस्तेमाल नहीं करेंगे। इस वजह से पाकिस्तानी नेताओं के मौजूदगी से प्रदर्शनकारी नाराज हो गए।
मार्च का नेतृत्व करने से रोका गया-
इसके साथ ही इमरान द्वारा भेजे तीन अन्य पाकिस्तानी नेता को भी संबोधित करने से रोक दिया गया। इनमें पीओके नेता प्रतिपक्ष चौधरी एम यासीन, राजा फारुक हैदर और प्रवक्ता शाह गुलाम कादिर शामिल थे। यासीन पर एक प्रदर्शनकारियों ने जूता फेंक दिया और गुलाम कादिर से माइक को छीन लिया गया। वहीं राजा फारुक और प्रदर्शनकारियों के बीच हाथापाई हो गई और को भी मार्च का नेतृत्व नहीं करने दिया गया।