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यूनिवर्सिटी में इन डिग्रियों के लिए होगी प्रवेश परीक्षा, ऐसे होगा प्रमाण पत्र का सत्यापन
चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नरेन्द्र कुमार तनेजा की अध्यक्षता में आज हुई प्रवेश समिति की एक बैठक में प्रवेश परीक्षाओं को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये।
मेरठ: चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नरेन्द्र कुमार तनेजा की अध्यक्षता में आज हुई प्रवेश समिति की एक बैठक में प्रवेश परीक्षाओं को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। इस बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए विवि के सहायक प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि बीपीएड, एमपीएड, एलएलएम, एमएड व एमफिल के प्रवेश एन्ट्रेन्स एग्जाम के आधार पर किये जायेगें।
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एससी/एसटी के लिये प्रवेश परीक्षा शुल्क रु. 500/- तथा सामान्य व अन्य पिछड़ा वर्ग हेतु रु. 700/- होगी। प्रवक्ता के अनुसार बीएससी (नर्सिंग) में सत्र 2020-21 हेतु प्रवेश परीक्षा नही होंगे। इसके अलावा बीपीईएस व एमपीईएस बीएससी फिजिकल एजूकेशन, हेल्थ एजूकेशन एंड स्पोर्टस जिसमें शैक्षणिक मेरिट के उपरांत शारीरिक दक्षता महाविद्यालयवार कराई जाएगी व अंतिम मेरिट के आधार पर प्रवेश होंगे।
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प्रवक्ता के अनुसार प्रवेश समिति की एक बैठक में लिए गये निर्णय के अनुसार स्नातक कक्षाओं में अभ्यर्थी अपना रजिस्ट्रेशन मोबाईल से कर सकेंगे। यदि किसी अभ्यार्थी का रिजल्ट नहीं आया है तो वह बिना अंक भरे अपना रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। अंक आने के बाद फार्म लॉग इन करके पूरा कर सकेंगे। अभ्यर्थी हाई स्कूल, इंटरमीडियट का रोल नंबर, परीक्षा वर्ष तथा स्ट्रीम ( यथा आर्टस, साइंस, काॅमर्स, बायो, आदि) अवश्य भरें। महाविद्यालय का चयन वरीयता के आधार पर करें। जिसमें उनकी मेरिट सूची में प्रथम वरीयता के महाविद्यालय में स्थान आने पर अन्य महाविद्यालय नहीं मिल सकेगा। इसके अलावा स्नातक कक्षाओं में प्रवेश के लिए विश्वविद्यालय द्वारा मेरिट निकाली जाएगी।
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प्रवक्ता ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा जनपदवार नोडल सेंटर बनाये जाऐगें। नोडल सेंटर का एक लिंक भी विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर दिया जाएगा। यदि किसी छात्र का फाॅर्म भरने अथवा प्रवेश में किसी प्रकारी की समस्या आ रही है तो वह उस लिंक पर क्लिक कर बात कर सकता है। वीडियो काॅल के माध्यम से उसकी समस्या का समाधान तुरंत किया जाएगा। यदि किसी छात्र की पूरक परीक्षा अथवा इंप्रूवमेंट की मार्कशीट अपडेट नहीं है तो वह वीडियो काॅल के माध्यम से डिसप्ले कर सकता है और मेल भी करें। एक अन्य निर्णय के अनुसार पीजी में स्नातक परीक्षा के परिणाम के आधार पर प्रवेश किया जाएगा। जिस हेतु शासन के दिशा निर्देश अभी प्रतीक्षित हैं।
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इसके अलावा एससीआरआईईटी में बीटेक, एमसीए, एमबीए, एमबीए (एचए), एमबीए (एचए), इन्टीग्रेटेड व बीएससी (ऑनर्स) कंप्यूटर साइंस में प्रवेश के लिए विश्वविद्यालय की प्रवेश वेबसाइट पर भी लिंक दिया जाएगा। प्रवेश करते समय सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान दिया जाए। कॉलेज के लिए पोर्टल 16 जून से उपलब्ध कराया जाएगा। जिसमें महाविद्यालय सूचित करेंगे कि उनके पास कितने अभ्यार्थियों के लिए प्रति दिन (घंटावार) प्रति पाठयक्रम (विषय) अभिलेख जांचने के लिए स्थान व अवसर हैं। महाविद्यालय यह भी विचार कर संख्या निर्धारित करेंगे कि उन्हें कुल कितनी सीट के सापेक्ष प्रवेश करना है तथा प्रवेश प्रक्रिया का समय सीमित होता है। प्रवक्ता ने बताया कि महाविद्यालय प्रवेश संपुष्टि दो बार में कर पायेंगे। प्रथम बार में अभिलेखों का सत्यापन व शुल्क भरने के उपरांत द्वितीय बटन से प्रवेश सम्पुष्टि करनी होगी।
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बैठक में प्रति कुलपति प्रोफेसर वाई विमला, कुलसचिव धीरेंद्र कुमार वर्मा, परीक्षा नियंत्रक अश्वनी कुमार शर्मा, प्रो. जितेंद्र ढाका, प्रो. बीरपाल, प्रो. हरे कृष्णा, प्रो. जयमाला, प्रो. मृदुल गुप्ता, प्रो. शिवराज, प्रो. जगवीर भारद्वाज, डॉ. अंजलि मित्तल, प्रो. नीलू जैन, डॉ. एसएस बेदार आदि मौजूद रहे।
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रिपोर्ट: सुशील कुमार