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ये है 'आत्मनिर्भर भारत' : जो जुड़ा है PM मोदी के आर्थिक पैकेज से, जानिए पूरी डीटेल

कोरोना वायरस संकट के बीच एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लिए 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का एलान किया।

Shreya
Published on: 13 May 2020 1:21 PM IST
ये है आत्मनिर्भर भारत : जो जुड़ा है PM मोदी के आर्थिक पैकेज से, जानिए पूरी डीटेल
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नई दिल्ली: कोरोना वायरस संकट के बीच एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लिए 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का एलान किया। ये आर्थिक पैकेज आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत दिया जाएगा। जो कि देश की जीडीपी का 10 फीसदी है।

अर्थव्यवस्ता को देता है नया गति

उन्होंने कहा कि इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को, आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को, 20 लाख करोड़ रुपए का संबल मिलेगा, सपोर्ट मिलेगा। 20 लाख करोड़ रुपए का ये पैकेज, 2020 में देश की विकास यात्रा को, आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा।

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ये आर्थिक पैकेज, ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा। आत्मनिर्भर भारत अभलैंड, लेबर लिक्विडिटी और लॉ सभी पर इसमें बल दिया गया है। पीएम ने कहा कुटीर उद्योग, व्यापार और MSME के लिए यह पैकेज हो जो हमारी आर्थिक व्यवस्था का आधार हैं।

इनको मिलेगा आर्थिक पैकेज का मिलेगा लाभ

पीएम मोदी ने बताया कि यह पैकेज किसानों और श्रमिकों के लिए है, जो हर स्थिति, हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन रात परिश्रम कर रहा है। ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है, देश के विकास में अपना योगदान देता है।

ये बिजनेस और निवेश को प्रोत्साहित करेंगे और मेक इन इंडिया को भी बढ़ावा देंगे। रेशनेल टैक्स सिस्टम, समर्थ और सक्षम ह्यूमन रिसोर्स, मजबूत फाइनेंस के लिए ये रिफॉर्म होंगे। हर गरीब भाई बहन का भी ध्यान रखा जाएगा। गरीब, श्रमिक, प्रवासियों, मछुआरों को मजबूत बनाने के लिए आर्थिक पैकेज में कई कदमों का ऐलान किया जाएगा।

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किसानों की जेब में पहुंचेगा पैसा

उन्होंने कहा कि 6 वर्षों में जो Reforms हुए, उनके कारण आज संकट के इस समय भी भारत की व्यवस्थाएं अधिक सक्षम, अधिक समर्थ नज़र आईं हैं। आज भारत सरकार जो पैसे भेजेगी वो पूरा का पूरा गरीब की जेब में, किसान की जेब में पहुंच पाएगा।

आरथ्क पैकेज से इन्हें मिलेगी राहत

आर्थिक मामलों के जानकारों का कहना है कि इस आर्थिक पैकेज से छोटे व मझोले उद्योगों को टैक्‍स में छूट मिल सकती है। जिससे मैन्युफैक्चरिंग और इनवेस्टमेंट बढ़ाने पर जोर रहेगा। जेफरीज का कहना है कि यह पैकेज काफी बड़ा है और इससे लघु, छोटे व मझोले उद्योगों (MSMEs) और एग्रीकल्‍चर सेक्टर को काफी राहत मिलेगी।

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उम्मीज से काफी ज्यादा बड़ा है आर्थिक पैकेज

वहीं इस पैकेज को लेकर अमेरिकी रेटिंग एजेंसी जेपी मॉर्गन का कहना है कि यह आर्थिक पैकेज उम्मीज से काफी ज्यादा बड़ा है। जिसमें लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉ पर जोर दिया गया है। वहीं, गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि सरकार निवेश बढ़ाने पर जोर देगी। इस पैकेज में किसानों को मजबूती देने के कई प्रावधान हैं। वहीं, वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारणम किसानों की आय बढ़ाने पर भी घोषणा कर सकती हैं।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा था कि कि 6 वर्षों में जो Reforms हुए, उनके कारण आज संकट के इस समय भी भारत की व्यवस्थाएं अधिक सक्षम, अधिक समर्थ नज़र आईं हैं। अब Reforms के उस दायरे को व्यापक करना है, नई ऊंचाई देनी है। ये रिफॉर्मस खेती से जुड़ी पूरी सप्लाई चेन में होंगे, ताकि किसान भी सशक्त हो और भविष्य में कोरोना जैसे किसी दूसरे संकट में कृषि पर कम से कम असर हो।

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इसके अलावा रेशनल टैक्स सिस्टम, इंफ्रास्ट्रक्चर, सरल व स्पष्ट नियम कानून, समर्थ व सक्षम मानव संसाधन और मजबूत फाइनेंशियल सिस्टम के निर्माण के लिए सुधार किए जाएंगे। साथ ही कारोबारी गतिविधियों को प्रात्‍साहित करने, निवेश को बढ़ावा देने और मेक इन इंडिया के संकल्प को मजबूती देने के लिए सुधार किए जाएंगे।

पाँच Pillars पर खड़ी आत्मनिर्भर भारत की भव्य इमारत

आत्मनिर्भर भारत की ये भव्य इमारत, पाँच Pillars पर खड़ी होगी। पहला पिलर होगा Economy, एक ऐसी इकॉनॉमी जो Incremental change नहीं बल्कि Quantum Jump लाए। दूसरा पिलर होगा Infrastructure, एक ऐसा Infrastructureजो आधुनिक भारत की पहचान बने। तीसरा पिलर- हमारा System- एक ऐसा सिस्टम जो बीती शताब्दी की रीति-नीति नहीं, बल्कि 21वीं सदी के सपनों को साकार करने वाली Technology Driven व्यवस्थाओं पर आधारित हो।

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चौथा पिलर- हमारी Demography- दुनिया की सबसे बड़ी Democracy में हमारी Vibrant Demography हमारी ताकत है, आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारी ऊर्जा का स्रोत है। पाँचवाँ पिलर- Demand- हमारी अर्थव्यवस्था में डिमांड और सप्लाई चेन का जो चक्र है, जो ताकत है, उसे पूरी क्षमता से इस्तेमाल किए जाने की जरूरत है।

उन्होंने देश को संबोधित करते हुए कहा पीएम ने कहा कि विश्व के सामने भारत का मूलभूत चिंतन, आशा की किरण नजर आता है। भारत की संस्कृति, भारत के संस्कार, उस आत्मनिर्भरता की बात करते हैं जिसकी आत्मा वसुधैव कुटुंबकम है। भारत जब आत्मनिर्भरता की बात करता है, तो आत्मकेंद्रित व्यवस्था की वकालत नहीं करता। भारत की आत्मनिर्भरता में संसार के सुख, सहयोग और शांति की चिंता होती है।

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उन्होंने कहा कि जो पृथ्वी को मां मानती हो, वो संस्कृति, वो भारतभूमि, जब आत्मनिर्भर बनती है, तब उससे एक सुखी-समृद्ध विश्व की संभावना भी सुनिश्चित होती है। भारत की प्रगति में तो हमेशा विश्व की प्रगति समाहित रही है। भारत के लक्ष्यों का प्रभाव, भारत के कार्यों का प्रभाव, विश्व कल्याण पर पड़ता है।

फिर बढ़ेगा लॉकडाउन, 18 मई से पहले एलान

वहीं पीएम मोदी ने लॉकडाउन 4 लगाए जाने को लेकर भी संकेत दिए हैं। 17 मई को लॉकडाउन के तीसरे फेज की अवधि खत्म हो रही है। ऐसे में कई राज्यों ने लॉकडाउन बढ़ाने की मांग की है। जिसे लेकर पीएम मोदी ने संकेत दिए कि लॉकडाउन का चौथा चरण पूरी तरह नए रंग रूप वाला होगा। नए नियमों वाला होगा। राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं, उनके आधार पर लॉकडाउन 4 से जुड़ी जानकारी भी 18 मई से पहले दी जाएगी।

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