×

भारत को तगड़ा झटका: इस देश की चीन के साथ हुई दोस्ती, ड्रैगन की जाल में ऐसे फंसा

चीन अपनी आर्थिक मदद के जरिए बांग्लादेश को लुभाने की कोशिशों में जुटा हुआ है। खबर है कि चीन बांग्लादेश को नदी परियोजनाओं के लिए कुल एक अरब डॉलर का कर्ज देने जा रहा है।

Shreya
Published on: 18 Aug 2020 11:33 AM IST
भारत को तगड़ा झटका: इस देश की चीन के साथ हुई दोस्ती, ड्रैगन की जाल में ऐसे फंसा
X
PM Modi-Sheikh Hasina

नई दिल्ली: भारत और बांग्लादेश के संबंध हमेशा से काफी मजबूत रहे हैं। बांग्लादेश भारत का हमेशा से ही एक भेरोसेमंद दोस्त रहा है, लेकिन इस बीच खबर है कि बांग्लादेश और चीन की नजदीकियां काफी बढ़ने लगी हैं। पाकिस्तान और नेपाल के बाद अब चीन ने बांग्लादेश पर नजरें इनायत की हैं। चीन अपनी आर्थिक मदद के जरिए बांग्लादेश को लुभाने की कोशिशों में जुटा हुआ है।

बांग्लादेश को एक अरब डॉलर का कर्ज देगा चीन

बांग्लादेशी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन बांग्लादेश को नदी परियोजनाओं के लिए कुल एक अरब डॉलर का कर्ज देने जा रहा है। ये बात भारत के लिए परेशानी भरी इसलिए भी है क्योंकि भारत के साथ बांग्लादेश की नदी जल बंटवारे को लेकर समझौता तमाम कोशिशों के बाद भी नहीं हो सका है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस परियोजना को इस साल के आखिरी महीने यानी दिसंबर से शुरू किया जा सकता है।

यह भी पढ़ें: देश में कोरोना से तबाही: 24 घंटे में आए इतने नए केस, इन राज्यों में सबसे ज्यादा मौत

CHINA-BANGLADESH

पहली बार चीन करने जा रहा ऐसा

बता दें कि ऐसा पहली बार हो रहा है जब चीन बांग्लादेश की नदी प्रबंधन से जुड़ी किसी परियोजना में शामिल होने जा रहा है और इस प्रोजेक्ट के लिए उसे कर्ज देगा। बेनार न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश के वित्त मंत्रालय ने मई महीने में रंगपुर इलाके में तीस्ता नदी के प्रबंधन से जुड़े प्रोजेक्ट के लिए करीब 853 मिलियन डॉलर की मदद मांगी थी। वहीं चीन बांग्लादेश को एक अरब डॉलर का कर्ज मुहैया कराएगा।

यह भी पढ़ें: आमिर की पुरानी वीडियो शेयर कर कंगना ने धर्मनिरपेक्षता पर उठाया सवाल

दिसंबर से कर सकते हैं परियोजना की शुरूआत

मीडिया रिपोर्ट में में बांग्लादेश के जल संसाधन मंत्रालय के तहत जल विकास बोर्ड के एडीशनल चीफ इंजीनियर ज्योति प्रसाद घोष के हवाले से लिखा गया है कि तीस्ता नदी के प्रबंधन के लिए एक बहुत बड़ी परियोजना को शुरू किया जा रहा है। चीन ने इस परियोजना की फंडिंग को लेकर सहमति दे दी है। उम्मीद है कि हम दिसंबर महीने से इस परियोजना की शुरुआत कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें: लखीमपुर रेप केस: NHRC ने UP सरकार व जल शक्ति मंत्रालय से किया जवाब तलब

PM MODI

जल आपूर्ति के लिए भारत पर निर्भर है बांग्लादेश

वहीं भारत के साथ बांग्लादेश की तीस्ता नदी जल बंटवारे को लेकर समझौता कई कोशिशों के बाद भी नहीं हो सका है। बांग्लादेश की ओर से कई बार भारत को उसकी समस्याओं के लिए जिम्मेदार ठहराया जा चुका है। बांग्लादेश भारत से ढलान पर है इसलिए बांग्लादेश जल आपूर्ति के लिए भारत पर निर्भर है। हालांकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पुरजोर विरोध के चलते ये समझौता बीते आठ सालों से लटका हुआ है।

यह भी पढ़ें: UPSC 2021 Exam Calendar: UPSC एग्जाम कैलेंडर जारी, यहां देखें पूरी लिस्ट

सर्दियों में जल संकट जैसी स्थिति

जल संसाधन मंत्रालय के वरिष्ठ सचिव कबीर बिन अनवर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि भारत द्वारा बनाए गए बांध के चलते सर्दियों में पानी का बहाव काफी धीमा पड़ जाता है, जिसकी वजह से बांग्लादेश में लगभग दो महीने तक जल संकट जैसी स्थिति पैदा हो जाती है। कबीर बिन अनवर ने कहा कि अगर हम इस परियोजना को लागू करते हैं तो सर्दियों के मौसम में बांग्लादेश के एक बड़े हिस्से में जल आपूर्ति सुनिश्चित हो सकती है।

यह भी पढ़ें: सुस्त पड़ी मोदी सरकार की ये दो महत्वपूर्ण योजनाएं, संसदीय समिति ने उठाए सवाल

PM MODI-PM SHEIKH HASINA

भारत से बहते हुए बांग्लादेश में प्रवेश करती है तीस्ता नदी

बता दें कि तीस्ता नदी भारत के सो लामो से निकलती है और सिक्किम व पश्चिम बंगाल से गुजरती है और . बांग्लादेश के चिल्मड़ी में ब्रह्मपुत्र नदी में मिलने से पहले ये यहां के रंगपुर डिवीजन में प्रवेश करती है। तीस्ता नदी भारत से बहते हुए बांग्लादेश में प्रवेश करने वाली 54 नदियों में से एक है।

यह भी पढ़ें: भारत में पहली बार ऐसा: कोरोना मरीज का पोस्टमार्टम, सामने आएंगी ये जानकारियां

ढाका और बीजिंग की बढ़ी नजदीकियां

ढाका और बीजिंग की नजदीकियां काफी बढ़ी हैं। बीते दिनों भारत की आपत्ति के बाद भी बांग्लादेश ने सिल्हट में चीनी कंपनी को एक एयरपोर्ट टर्मिनल बनाने का कॉन्ट्रैक्ट दे दिया था। वहीं चीन की तरफ से भी बांग्लादेशी उत्पादों को ड्यूटी फ्री कर दिया गया है। यहीं नहीं, कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ जंग में भी चीन बांग्लादेश को मेडिकल आपूर्ति के जरिए मदद कर रहा है।

यह भी पढ़ें: अमित शाह पर बड़ी खबर: अस्पताल में फिर हुए भर्ती, ऐसी है हालत

PAK-BANGLADESH

पाकिस्तान से भी सुधर रहे बांग्लादेश के रिश्ते

इसके अलावा चीन की महत्वाकांक्षी परियोजना बेल्ट एंड रोड में भी बांग्लादेश शामिल है। जबकि भारत इसका विरोध करता रहा है। यहीं नहीं अब बांग्लादेश और पाकिस्तान के रिश्तों में भी अब नमी आने लगी है। माना जा रहा है कि इसके पीछे भी चीन फैक्टर हो सकता है।

यह भी पढ़ें: पंडित जसराज: जाने से पहले इस तरह पूरा किया संकटमोचन का इकलौता नागा

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



Shreya

Shreya

Next Story